
ट्रांजिशनल फेज में ही अण्डे देने लगी टिड्डी
11 अप्रेल के बाद अब तक पाकिस्तान से 78 टिड्डी दल भारत में प्रवेश कर चुके हैं। अब तक आने वाली टिड्डियां युवा यानी गुलाबी रंग की थी जो अनुकूल मौसम मिलने पर अब पीले रंग में ढल रही है। पाकिस्तान से नए टिड्डी दल में आ रही गुलाबी टिड्डी भारत में पहले से मौजूद पीली टिड्डी के साथ भी मैटिंग कर रही है। इससे अधिक प्रजनन की आशंका है। रेगिस्तानी टिड्डी एकाकी (सोलेटरी) और गठबंधन (ग्रीग्रेरियस) दोनों फेज में रहती है। एकाकी होने पर टिड्डी केवल अपनी भूख के अनुसार खाना खाती है। यह भूरे रंग की होती है जो शांत प्रवृत्ति रखती है। यह अकेले रहना पसंद करती है। कई बार टिड्डियों के इकठ्ठा होने पर इनमें दल बनाने की प्रवृत्ति आ जाती है जो विध्वंस करने में विश्वास रखती है। वर्तमान में ग्रीगेरियस टिड्डी है। अण्डे देने के बाद टिड्डी के निम्फ यानी हॉपर निकलते हैं जो वन से लेकर फाइव स्टार तक वृद्धि करते हैं। इसके बाद पंख आने पर गुलाबी रंग के ये टिड्डे उडऩे लायक हो जाते हैं। प्रजनन का मौसम आने पर गुलाबी टिड्डी का रंग धीरे-धीरे पीला होने लगता है जो केवल अण्डे देने की ही इच्छा रखती है।
कहां-कितना
टिड्डी नियंत्रण
राज्य नियंत्रण हेक्टेयर में
राजस्थान 260839
मध्यप्रदेश 16216
उत्तरप्रदेश 6004
गुजरात 2687
महाराष्ट्र 1435
पंजाब 640
बिहार 242
हरियाणा 225
छतीसगढ़ 82
&'कुछ टिड्डी अब ट्रांजिशनल फेज में ही अण्डे देने लग गई है। ऐसे स्पॉट चिह्नित किए गए थे।Ó
वीरेंद्र सिंह सोलंकी, उप निदेशक, कृषि विभाग जोधपुर
Published on:
14 Jul 2020 05:13 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
