27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बंद हो सकती है लो फ्लोर…! बस संचालन फर्म के 20 करोड़ अटके, कार्मिकों ने काम बंद करने की दी चेतावनी

Low floor service Closed : राजधानी जयपुर में सार्वजनिक परिवहन सेवा की रीढ़ कही जाने वाली लो फ्लोर बसों के संचालन पर संकट आ सकता है। जेसीटीएसएल के कार्मिकों ने काम बंद करने की चेतावनी दी है।

2 min read
Google source verification
jaipur_low_flor_close.jpg

Low floor service Closed in Jaipur : जयपुर राजधानी में सार्वजनिक परिवहन सेवा की रीढ़ कही जाने वाली लो फ्लोर बसों के संचालन पर संकट आ सकता है। करीब सौ लो- फ्लोर बसों का संचालन करने वाली फर्म को पिछले नौ महीने से जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लि. (जेसीटीएसएल) ने भुगतान नहीं किया है। जेसीटीएसएल पर करीब 20 करोड़ रुपए का भार आ गया है।

फर्म को भुगतान नहीं होने से चालक और कार्मिकों को वेतन नहीं मिल रहा है। पिछले सात दिन से बसों का रख- रखाव कार्य भी बंद है। ऐसे में सड़क पर चलती लो फ्लोर बसें खराब होकर रुक रही हैं। इन हालात में लो- फ्लोर बसों की संचालन व्यवस्था गड़बड़ा गई है। फर्म का समय पर भुगतान नहीं होता है तो लो-फ्लोर बसों के पहिये थम सकते हैं।

बसों के संचालन और रख-रखाव में काम करने वाले करीब 250 कार्मिकों को पिछले नौ महीने से वेतन नहीं मिला है। अब कार्मिक ईद और होली नजदीक आने से वेतन मांग रहे हैं। कर्मचारियों ने कहा है कि अगर भुगतान जल्दी नहीं किया गया तो काम बंद कर दिया जाएगा।


यह भी पढ़ें : सरकारी कर्मचारी को CM और विधायक पर अमर्यादित टिप्पणी करना पड़ा भारी, मिली ये सजा....

रोडवेज में भी समय पर वेतन नहीं मिल रहा है, इससे कार्मिकों में रोष है राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन सीटू प्रदेश कोषाध्यक्ष गणेश चौधरी ने बताया कि कार्मिकों को एक महीने देरी से वेतन मिल रहा है। पिछले महीने विरोध दर्ज कराने के बाद जनवरी माह तक वेतन दे दिया गया था। अभी तक फरवरी का वेतन नहीं मिला है।


यह भी पढ़ें : 'इन शिक्षकों को ऐसी जगह भेज दो जहां...' शिक्षामंत्री दिलावर ने शिक्षकों को लगाई लताड़; जानें क्यों?

जेसीटीएसएल की लो फ्लोर बसों में करीब डेढ़ लाख यात्री सफर करते हैं। शहर में अभी 200 बसें संचालित हो रही है। शहर की आबादी के हिसाब ये बसें कम हैं। शहर में बसों का संचालन दो फर्म करती हैं। जिनमें से एक फर्म का भुगतान नहीं हो रहा है। करीब 250 कार्मिक बसों के संचालन में लगे हुए हैं, इनमें सौ चालक हैं।

यह भी पढ़ें : बयाना विधायक रितु बनावत ने की शिव सेना ज्वॉइन