
जयपुर। अजमेर-जयपुर हाईवे पर डीपीएस स्कूल कट के पास सोमवार तड़के करीब 4 बजे एक ट्रेलर आगे चल रहे एलपीजी से भरे टैंकर में घुस गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रेलर का केबिन करीब दस फीट पीछे खिसक गया और चेचिस टैंकर के नीचे घुस गया। टैंकर में लीकेज होने से आग लग गई और पलभर में आग की लपटें 30-40 फीट ऊंचाई तक पहुंच गई। हादसे की सूचना पर भांकरोटा थाना पुलिस और विभिन्न अग्निशमन केन्द्रों से एक दर्जन से अधिक दमकल मौके पर पहुंची। दमकलों ने 100 से अधिक फेरे लगाए और टैंकर पर पानी व फोम डालकर सुबह करीब साढ़े 8 बजे आग पर काबू पाकर लीकेज बंद किया।
हालांकि टैंकर में काफी गैस बच गई थी, जिसे दूसरे टैंकरों में भरी गई। ऐसे में सोमवार शाम तक यातायात बंद रखा गया। पुलिस ने बगरू टोल से डीपीएस स्कूल तक तीन जगह मार्ग को पूरी तरह से बंद करवा दिया, इससे जो वाहन जहां था, वहीं फंस गया। इसके अलावा पुलिस ने घटनास्थल के दोनों तरफ तीन चार किमी दूरी तक स्थित पेट्रोल पंप, दुकानें व अन्य प्रतिष्ठान बंद करवा दिए। गनीमत रही कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
हादसे की भयावहता टैंकर चालक रामभजन की जुबानी...
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर निवासी टैंकर चालक रामभजन ने बताया कि वह 28 सितंबर को गुजरात के कांडला से 17,500 किलो एलपीजी भरकर काशीपुर (यूपी) जा रहा था। अजमेर रोड पर डीपीएस कट के पास रिंग रोड पर जाने के लिए धीरे हुआ। उसके आगे भी एक ट्रक घूम रहा था। तभी पीछे से आए ट्रेलर ने जोरदार टक्कर मार दी। शीशे से पीछे देखा तो आग का गोला नजर आया। टैंकर खड़ा कर पीछे गया, लेकिन आग बढ़ गई तो भाग गया। पुलिस ने बताया कि टक्कर मारने वाले ट्रेलर का मालिक शाहपुरा निवासी फूलचंद गुर्जर है। ट्रेलर में 37 टन टाइल्स भरी थी। ट्रेलर चालक गुजरात के मोरबी से टाइल्स गाजियाबाद लेकर जा रहा था। हादसे के बाद चालक मौके से भाग गया।
'टायर फटा तो लगा टैंकर में हो गया विस्फोट'
एडिशनल डीसीपी रामसिंह ने बताया कि भांकरोटा थानाधिकारी रवीन्द्र सिंह और अन्य पुलिसकर्मियों के साथ टैंकर के नजदीक जा रहे थे। तभी धमाके की आवाज आई, लगा जैसे टैंकर में विस्फोट हो गया। नजदीक जाने पर पता चला कि आग के कारण टैंकर का टायर फटा है।
यातायात जाम ऐसा कि चारों ओर गाडिय़ां-गाडिय़ां
- हादसे के बाद महला से भांकरोटा तक करीब 22 किलोमीटर तक यातायात जाम हो गया। पुलिस ने इस दूरी में अलग-अलग कट से वाहनों को डायवर्ट कर बाहर निकला।
- डायवर्जन के कारण महला से पहले मोखमपुरा तक करीब 7 किलोमीटर का भी जाम लग गया।
- महला से जोबनेर, महिन्द्रा सेज और रिंग रोड की तरफ यातायात डायवर्ट होने से इन मार्गों पर भी जाम लग गया। ग्रामीण इलाकों की सड़कों पर भी ऐसे ही हालात बने रहे।
- जयपुर से जाने वाले ट्रैफिक को दो सौ फीट चौराहे से जयसिंहपुरा, महिन्द्रा सेज होते हुए बगरू से हाईवे पर निकाला।
- सुबह टैंकर से लीकेज बंद होने पर जयपुर से अजमेर जाने वाले रास्ते को खोल दिया। हालांकि वाहन रेंग-रेंगकर ही आगे बढ़ सके।
- जाम से परेशान होकर कई ट्रक चालकों ने वाहन सड़क पर खड़े कर दिए, जिस कारण भी लंबा जाम लग गया।
ईआरवी भी फंसी जाम में, पुलिस वाहनों ने एस्कोर्ट किया
घटना के बाद चाकसू व सीतापुरा से आइओसीएल अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आग बुझने के बाद टैंकर में शेष रही गैस को अन्य तीन टैंकरों में भरने के लिए अजमेर से इमरजेंसी रिस्पॉन्स व्हीकल (ईआरवी) टीम बुलाई, जो अजमेर रोड पर जाम में फंस गई। बाद में पुलिस वाहन ईआरवी को एस्कोर्ट कर दोपहर एक बजे घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद दुर्घटनाग्रस्त टैंकर से गैस अन्य टैंकरों में भरने का काम शुरू हुआ, जो सोमवार देर शाम तक जारी था।
हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचा। लोगों की जान बचाना प्राथमिकता थी। एलपीजी के कारण टैंकर में विस्फोट हो जाता तो बड़ा नुकसान होता। अचानक हादसा होने से यातायात में बाधा पहुंची, लेकिन बाद में उसे सुचारू कर दिया गया।
मुस्तफा अली जैदी, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, यातायात
Published on:
04 Oct 2022 09:19 am
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