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फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को मनाया जाता है यह पर्वफाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को शिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि सृष्टि का प्रारंभ इसी दिन से हुआ। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन सृष्टि का आरम्भ अग्निलिंग (जो महादेव का विशालकाय स्वरूप है) के उदय से हुआ। अधिकतर लोग यह मान्यता रखते हैं कि इसी दिन भगवान शिव का विवाह माता पार्वती के साथ हुआ था। साल में होने वाली 12 शिवरात्रियों में से महाशिवरात्रि को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।
इस पर्व पर भगवान शिव का अभिषेक अनेकों प्रकार से किया जाता है। जलाभिषेक जल से और दुग्धाभिषेक दूध से। सुबह जल्दी भगवान शिव के मंदिरों पर भक्तों का तांता लग जाता है। सभी भगवान शिव की पूजा करते हैं और भगवान से प्रार्थना करते हैं। मंदिरों में घंटियों और ऊॅं नम: शिवाय की ध्वनियां गूंजती है।