
mahabharat
दुर्योधन और कर्ण की नि:स्वार्थ मित्रता का सशक्त मंचन
जयपुर
फिल्म, टेलीविजन और थियेटर अभिनेता पुनीत इस्सर लिखित व निर्देशित नाटक 'महाभारतÓ का बिड़ला सभागार में सशक्त मंचन हुआ। इतिहास में पहली बार दुर्योधन और कर्ण के बीच की नि:स्वार्थ तथा निश्छल मित्रता और निष्ठा को नाटक के माध्यम से एकसूत्र में पिरोया गया। फिल्म और टेलीविजन के प्रसिद्ध सितारों से सजा नाटक करीब तीन घंटे तक दर्शकों को बांधने में सफल रहा। 'महाभारतÓ का यह नया रूपांतर दुर्योधन और कर्ण के दृष्टिकोण और महाभारत के विनाशकारी युद्ध के कारणों पर आधारित रहा। महाभारत में सूत्रधार धरती माता रहीं। जिसका किरदार जानी-मानी टीवी अभिनेत्री मेघना मलिक ने निभाया। नाटक तीन महत्वपूर्ण किरदारों दुर्योधन (पुनीत इस्सर) कर्ण (राहुल भूचर) और द्रौपदी (उर्वशी ढोलकिया) के आस-पास घूमता है। इसमें दो मित्रों और महाभारत के दो महत्वपूर्ण पात्रों, दुर्योधन और कर्ण के बीच एक मजबूत बंधन का चित्रण किया गया। यह प्रस्तुति, हाई वोल्टेज ड्रामा, साउंड और लाइट्स के साथ विशाल रंग-बिरंगे सेटों के माध्यम से प्रदर्शित की गई।
दुर्योधन की नजर से दिखाई गई सच्चाई
महाभारत के प्रस्तुतिकरण में दुर्योधन की नजर से सच्चाई और वास्तविकता को दर्शाया गया। इसमें जीवन के मानवीय पहलुओं पर प्रकाश डाला गया और कर्ण के साथ चट्टान सी मजबूत मित्रता, कुरुवंश के बड़ों तथा द्रौपदी के साथ उसके संबंधों को पेश किया गया। नाटक लयबद्ध संवादों के साथ ही काव्य रूप में प्रस्तुत किया गया। जिसमें अच्छाई की बुराई पर जीत की एक गाथा को फिल्मी अंदाज में पेश किया गया। जिसमें पुनीत इस्सर, राहुल भूचर, मेघना मलिक, उर्वशी ढोलकिया, गूफी पेंटल, सुरेंद्र पाल, आरती नागपाल, विजेता भारद्वाज, दानिश अख्तर, यशोधन राणा, करण शर्मा, रक्षित भूचर और सिद्धांत इस्सर ने अपने अभिनय की छाप छोड़ी।
Published on:
29 Apr 2019 04:04 pm
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