उर्स के दूसरे दिन महफिल-ए-समा में शहर की कव्वाल पार्टियां कौल, नात, मनकबत आदि सूफी कलामों का गुलदस्ता पेश करेंगी। इसी दिन फूर्टा-खुर्रा स्थित लाल हवेली से चादर शरीफ पेश की जाएगी। साथ ही महफिल-ए-कव्वाली भी होगी, जिसमें अमीन साबरी कव्वाल अपनी प्रस्तुति देंगे।
उर्स के समापन पर तीसरे दिन यहां चार दरवाजा स्थित डागर हाउस से मस्तान बाबा के आस्ताने पर चादर शरीफ पेश की जाएगी। इस दौरान डागर हाउस में कव्वाली भी होगी। जिसमें अनवार कव्वाल अपनी पार्टी के साथ सूफियाना कलाम पेश करेगी। दोपहर 3 बजे यहां से चादर का जुलूस ढोल-ताशों की धुनों के साथ दरगाह के लिए रवाना होगा। इस मौके पर दिल्ली, बंगलौर, मुंबई, मैंसूर, सीकर, अजमेर शरीफ आदि जगहों से जायरीन चादर पेश करेंगे। असर की नमाज के बाद कुल की रस्म के साथ उर्स सम्पन्न होगा।