
जयपुर/नई दिल्ली। बसपा प्रमुख मायावती ने शनिवार को राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के बसपा विधायकों से दिल्ली में मुलाकात की। इसके बाद बसपा ने एक बार फिर दोहराया कि सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ संघर्ष जारी रखने के लिए का बसपा का कांग्रेस सरकारों को समर्थन जारी रहेगा। साथ ही बसपा विधायकों ने आरोप लगाता कि भाजपा नेता सरकार से बसपा के समर्थन वापसी की अफवाह फैला रही है।
कांग्रेस सरकार को समर्थन जारी रहेगा
मायावती ने विधायकों के साथ बैठक के दौरान कहा कि वे ईमान नहीं खोएं और संघर्ष जारी रखें। राजस्थान विधानसभा में बसपा विधायक दल के नेता लखन सिंह ने बैठक के बाद बताया कि बसपा प्रमुख ने लोकसभा चुनावों में हार पर समीक्षा के साथ संगठन के आगामी कार्यक्रम और रणनीति पर चर्चा हुई। प्रदेश में कांग्रेस सरकार को समर्थन जारी रहेगा, लेकिन सरकार में शमिल होने पर अंतिम फैसला मायावती करेंगी।
ईवीएम को लेकर भी बैठक में चर्चा
ईवीएम को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई। वहीं मध्यप्रदेश के विधायक संजीव सिंह ने कहा कि राज्य में भाजपा की ओर से बसपा विधायकों को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है। सरकार को समर्थन जारी रहेगा और कमलनाथ सरकार को कोई खतरा नहीं है। बसपा मुख्यालय पर मायावती के साथ हुई मुलाकात के दौरान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामजी गौतम, राजस्थान प्रभारी अशोक सिद्धार्थ व प्रदेशाध्यक्ष सीताराम मेघवाल, विधायक दीपचंद, जोगिंदर अवाना, राजेन्द्र गुढ़ा, लखन सिंह, संदीप कुमार, वाजिब अली और मध्यप्रदेश के बसपा विधायक संजीव सिंह व रामबाई परिहार शामिल रहे।
सरकार में शामिल होने की मांग
गौरतलब है कि राजस्थान की 200 विधायकों वाली विधानसभा में कांग्रेस के 100 विधायकों और पार्टी को समर्थन दे रहे राष्ट्रीय लोकदल के एक विधायक के सहयोग से पार्टी बहुमत वाली सरकार चला रही है। कांग्रेस सरकार को 6 बसपा विधायकों के साथ 13 निर्दलीय में से 12 का समर्थन भी हासिल है। सूत्रों ने बताया कि राजस्थान के बसपा के कुछ विधायकों ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामजी गौतम से बसपा की सरकार में भागीदारी की मांग की है। हालांकि रामजी गौतम ने इस तरह की किसी भी मांग से इंकार किया है।
कांग्रेस पहले सभी विधायकों को तोड़ चुकी है
2008 में भी राजस्थान में बसपा के सहयोग से कांग्रेस ने सरकार बनाई थी। तब बसपा के सभी विधायकों को कांग्रेस ने तोड़कर कांग्रेस में शामिल कर लिया था। अब बसपा को फिर से इसी तरह का डर बना हुआ है कि कांग्रेस या भाजपा उसके विधायकों को तोड़ सकती है। यही वजह है कि बसपा प्रमुख मायावती सीधे विधायकों के सम्पर्क में रहकर उनसे वार्ता कर रही हैं।
Updated on:
02 Jun 2019 11:03 am
Published on:
02 Jun 2019 10:58 am
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