
राजस्थान में भजनलाल केबिनेट का गठन हो चुका है, लेकिन विभाग नहीं मिलने से काम रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा। विभाग आवंटन को लेकर सभी की नजर दिल्ली पर टिकी है। बताया जा रहा है कि दिल्ली में विभाग आवंटन को लेकर मंथन चल रहा है। ज्यादातर मंत्री दो बार के विधायक बने हैं, ऐसे में विभागों के लिए ज्यादा मशक्कत चल रही है।
मंत्रियों को विभाग मिलने के साथ ही तीन माह से विभागों में कामकाज की सुस्त पड़ी रफ्तार भी तेज होगी। मंत्री बने विधायक विभागों को लेकर समीकरण बनाने में जुटे हैं और प्रदेश के बड़े नेताओं से लगातार मुलाकात कर रहे हैं। मुख्यमंत्री से भी दो दिन में लगभग सभी मंत्री मिल चुके हैं। कई मंत्रियों ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, सतीश पूनिया, प्रदेश अध्यक्ष सी.पी. जोशी से भी मुलाकात की है।
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भाजपा आलाकमान छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में सत्ता मिलने के बाद मुख्यमंत्री के चयन से लेकर मंत्रियों की शपथ और विभागों के बंटवारे की शुरूआत छत्तीसगढ़ से कर रहा है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में विभागों का बंटवारा किया जा चुका है। ऐसे में अब राजस्थान में आजकल में विभागों का बंटवारा होना बताया जा रहा है।
Published on:
02 Jan 2024 08:31 am
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