वहीं कुछ दिन पूर्व विधाायक नरपत सिंह राजवी की जांच में भी स्वाइन फ्लू पॉजिटिव आया था। इससे पहले एक विधायक कीर्ति कुमारी की तो स्वाइन फ्लू से मौत भी हो चुकी है। हाल यह है कि नए साल के 50 दिनों में स्वाइन फ्लू प्रदेश के अंदर 88 लोगों को अपना शिकार बना चुका है तथा अभी 975 मरीज स्वाइन फ्लू पॉजिटिव आने पर अपना उपचार करा रहे हैं। राजधानी जयपुर में इस साल 29 लोगों की मौत हो चुकी है।
विधायकों को स्वाइन फ्लू की पुष्टि से सकते में स्वास्थ्य विभाग
विधायकों में लगातार स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने से स्वास्थ्य विभाग सकते में है। विधायक अमृता मेघवाल की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई जबकि वे सुबह विधानसभा आई थीं। यहीं नहीं उन्होने स्वास्थ्य मंत्री के अलावा कई विधायकों से भी मुलाकात की थी।
विधायकों में लगातार स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने से स्वास्थ्य विभाग सकते में है। विधायक अमृता मेघवाल की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई जबकि वे सुबह विधानसभा आई थीं। यहीं नहीं उन्होने स्वास्थ्य मंत्री के अलावा कई विधायकों से भी मुलाकात की थी।
एेसे में अब अधिकारी सकते में हैं कि क्या करें। नियमों के अनुसार जहां स्वाइन फ्लू पॉजिटिव रोगी जाता है वहां स्क्रीनिंग होती है, लेकिन विधानसभा में यह संभव नहीं हो पा रहा है। दो जिलों को छोड़ कर सभी जिलों में स्वाइन फ्लू का कहर लगातार जारी है।
जयपुर में स्वाइन फ्लू का कहर
पूरे प्रदेश में अभी तक स्वाइन फ्लू से 88 मौत हो चुकी हैं और 975 पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके है। विभाग के अधिकारी भी अब कह रहे हैं कि अब मौसम में बदलाव से ही स्वाइन फ्लू के मामलों में कमी आ सकती है। राजधानी जयपुर में स्वाइन फ्लू जबरदस्त तरीके से कहर बरपा रहा है। बीते साल की तरह इस साल भी स्वाइन फ्लू से मौत का सिलसिला लगातार जारी है।
पूरे प्रदेश में अभी तक स्वाइन फ्लू से 88 मौत हो चुकी हैं और 975 पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके है। विभाग के अधिकारी भी अब कह रहे हैं कि अब मौसम में बदलाव से ही स्वाइन फ्लू के मामलों में कमी आ सकती है। राजधानी जयपुर में स्वाइन फ्लू जबरदस्त तरीके से कहर बरपा रहा है। बीते साल की तरह इस साल भी स्वाइन फ्लू से मौत का सिलसिला लगातार जारी है।
राजधानी जयपुर में अभी तक 29 मौत हो चुकी है। वहीं एसएमएस अस्पताल की आईसीयू में आधा दर्जन मरीज स्वाइन फ्लू से पीडित होकर भर्ती है। चिकित्सकों का कहना है कि एसएमएस के आउटडोर में स्वाइन फ्लू के मामले लगातार आ रहे है, लेकिन समय पर उपचार लेकर स्वाइन फ्लू को गंभीर होने से रोका जा सकता है।