
अमित पारीक / जयपुर . एक ही रात में ढाई सौ से ज्यादा मोबाइल चोरी होने के चंद दिन बाद ही बीस फीसदी एक्टिवेट हो गए। इसकी सूचना होने के बावजूद वैशाली नगर थाना पुलिस आरोपितों का नेटवर्क नहीं तोड़ पाई। तीन माह पहले गांधीपथ स्थित मोबाइल शोरूम में हुई शहर की इस बड़ी वारदात का पुलिस आज तक खुलासा नहीं कर पाई। खास बात यह है कि चोरी के चौबीस घंटे बाद ही खुद पीडि़त ने आरोपितों की लोकेशन ट्रेस करके आला अधिकारियों को बता दी थी।
वारदात रूप कुमार बंसल (32) के गुरु जम्भेश्वर नगर के गेट नंबर दो के सामने स्थित शोरूम में हुई। चोर ढाई सौ से ज्यादा महंगे मोबाइल, 2 लैपटॉप, 80 हजार रुपए उड़ा ले गए। साथ ही सीसीटीवी की डीवीआर भी चुरा ले गए। जबकि करीब 50 सस्ते मोबाइल को छुआ तक नहीं।
जीपीआरएस से लोकेशन बताई
बताया जा रहा है कि शोरूम मालिक ने चोरी के चौबीस घंटे बाद ही चोरी गए एक मोबाइल की जीपीआरएस लोकेशन पुलिस को बता दी थी। उस समय वह नोएडा के एक बाजार की स्थिति बता रहा था। उसके बावजूद पुलिस सक्रिय नहीं हुई। डेढ़ माह बाद जब वह मोबाइल चालू हुआ तो पुलिस ने खुद माना कि उसकी बताई लोकेशन सटीक थी।
दोनों के अपने-अपने दावे
पीडि़त पक्ष से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 55 मोबाइल चालू हो चुके हैं। उनके आईएमईआई नम्बर एक्टिवेट होते ही टे्रस हो गए। ये सभी मोबाइल 12 हजार से 20 हजार की रेंज के हैं। वहीं पुलिस पड़ताल में 40 मोबाइल पर बातचीत होने की बात सामने आई है। साथ ही पुलिस पड़ताल एनसीआर में सक्रिय किसी गिरोह की लिप्तता की ओर इशारा कर रही है।
हर बार यही एक ही जवाब
अब तक की जानकारी में सामने आया कि पुलिस पीडि़त को हर बार यही कहकर दिलासा दे रही है कि जल्द ही वारदात का खुलासा कर दिया जाएगा। एक सप्ताह में मोबाइल चोरी के आरोपित हाथ आ जाएंगे, लेकिन तीन माह से कार्रवाई रफ्तार ही नहीं पकड़ पा रही।
Published on:
03 Mar 2018 08:04 pm
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