इन राज्यों में होगी प्री-मानसून वर्षा
देश के कई हिस्सों में प्री-मानसून बारिश हो रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में शुक्रवार को बारिश हुई। स्काइमेट वेदर के मुताबिक अगले दो दिन राजस्थान, दिल्ली, छत्तीसगढ़ के हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश, हरियाणा, तेलंगाना, कर्नाटक, लक्षद्वीप में कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश हो सकती है।
देश के कई हिस्सों में प्री-मानसून बारिश हो रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में शुक्रवार को बारिश हुई। स्काइमेट वेदर के मुताबिक अगले दो दिन राजस्थान, दिल्ली, छत्तीसगढ़ के हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश, हरियाणा, तेलंगाना, कर्नाटक, लक्षद्वीप में कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश हो सकती है।
चेरापूंजी में एक दिन में 972 मिलीमीटर बारिश
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, मेघालय के चेरापूंजी में शुक्रवार सुबह 8.30 बजे तक पिछले 24 घंटे के दौरान 972 मिलीमीटर मूसलाधार बारिश दर्ज की गई, जो जून में वर्ष 1995 के बाद से सबसे अधिक है। इससे दो दिन पहले वहां 811.6 मिमी बारिश रेकॉर्ड की गई थी।
आइएमडी ने कहा कि वर्ष 1901 से उसने रेकॉर्ड रखना शुरू किया है। तब से दुनिया के सबसे अधिक वर्षा वाले स्थानों में शुमार चेरापूंजी में जून में एक दिन में नौ बार 800 मिमी से अधिक बारिश रेकॉर्ड की गई है। 972 मिमी बारिश का यह रेकॉर्ड 122 वर्ष के इतिहास में तीसरे स्थान पर है। चेरापूंजी में 16 जून, 1995 को 1563.3 मिमी बारिश हुई थी जबकि 15 जून, 1995 को 930 मिमी बारिश दर्ज की गई। 5 जून, 1956 को हिल स्टेशन पर 973.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, मेघालय के चेरापूंजी में शुक्रवार सुबह 8.30 बजे तक पिछले 24 घंटे के दौरान 972 मिलीमीटर मूसलाधार बारिश दर्ज की गई, जो जून में वर्ष 1995 के बाद से सबसे अधिक है। इससे दो दिन पहले वहां 811.6 मिमी बारिश रेकॉर्ड की गई थी।
आइएमडी ने कहा कि वर्ष 1901 से उसने रेकॉर्ड रखना शुरू किया है। तब से दुनिया के सबसे अधिक वर्षा वाले स्थानों में शुमार चेरापूंजी में जून में एक दिन में नौ बार 800 मिमी से अधिक बारिश रेकॉर्ड की गई है। 972 मिमी बारिश का यह रेकॉर्ड 122 वर्ष के इतिहास में तीसरे स्थान पर है। चेरापूंजी में 16 जून, 1995 को 1563.3 मिमी बारिश हुई थी जबकि 15 जून, 1995 को 930 मिमी बारिश दर्ज की गई। 5 जून, 1956 को हिल स्टेशन पर 973.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी।