Monsoon Update: जयपुर। राजस्थान के भीतर आज यानी 18 जून को मानसून ने दस्तक दे दी, मौसम विभाग जयपुर ने इसकी पुष्टि की है। मौसम विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटे के भीतर मानसून ने प्रदेश के आधे हिस्से को कवर कर लिया है। मौजूदा समय में मानसून बाड़मेर, जोधपुर और जयपुर से गुजर रहा है। पिछले 2-3 दिनों में मानसून ने जिस रफ्तार से छलांग लगाई है। ऐसे में उम्मीद है कि अगले 1-2 दिनों में पूरे राजस्थान में मानसून जमकर बारिश कराएगा।
दरअसल, मई के आखिरी सप्ताह से 15 जून तक मानसून महाराष्ट्र में ही फंसा रहा। लेकिन जब आगे बढ़ा तो दो दिन के भीतर ही महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात को पार करके 17 जून को राजस्थान के बॉर्डर पर आ गया। वहीं 18 जून को 500 किमी की छलांग लगाकर बांसवाड़ा से होते हुए जयपुर तक पहुंच गया।
मौसम विभाग ने बताया कि गुजरात के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र (LOW PRESSURE AREA) आज राजस्थान के मध्य और उत्तरी क्षेत्रों के ऊपर बना हुआ है। बांग्लादेश पर बना कम दबाव का क्षेत्र तीव्र होकर कम दाब बन गया है। ऐसे में आगामी 2-3 दिनों में मानसून उत्तर पश्चिम की दिशा में आगे बढ़ेगा।
मौसम विभाग ने बताया कि मेघगर्जन, आकाशीय बिजली और चमक के साथ आगामी दिनों में राजस्थान के भीतर भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया कि 18,19, 20 जून के दौरान उदयपुर और कोटा सांभाग में कहीं-कहीं भारी और कहीं-कहीं मध्यम बारिश की संभावना है।
IMD जयुपर ने कहा है कि 18,19, और 20 जून के दौरान जयपुर, अजमेर और भरतपुर संभाग के कई इलाकों में भारी बारिश होने की सांभावना है। इसके अलावा पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में 21 से 23 जून के दौरान बारिश की गतिविधियां अधिक तेज हो सकती हैं।
मौसम विभाग ने बताया कि 21 से 23 जून के दौरान एक बार फिर कोटा और भरतपुर संभाग में तेज बारिश होगी। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून के आगे बढ़ने के दौरान प्रदेश के ज्यादातर जिलों में मेघगर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की प्रबल संभावना है।
मौसम विभाग ने लोगों से सावधान रहने के लिए कहा है। मौसम विभाग ने बाताया कि आगामी दिनों में भारी बारिश से सड़कों और अंडरपास पर पानी भरने की संभावना है। जल भराव से यातायात भी प्रभावित होगा। इस दौरान दृश्यता भी कमजोर रहेगी, ऐसे में वाहन चलाते समय अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।
मौसम विभाग ने कहा है कि बारिश के दौरान बिजली के पोल से दूरी बनाकर रखें। वाहन सावधानी से चलाएं। इस दौरान नदी-नाले भारी बारिश से उफान पर रहेंगे। ऐसे में लोगों को अत्यधिक सावधान रहने की जरूरत है।
Updated on:
18 Jun 2025 06:59 pm
Published on:
18 Jun 2025 02:55 pm