तीन अगस्त से फिर शुरू होगा दौर
तीन अगस्त से एक बार फिर से प्रदेश में मानसून पूरी तरह से सक्रिय होगा। वहीं तीन और चार अगस्त से अधिकतर जिलों में बारिश का दौर फिर से शुरू होगा। फिलहाल मानसून टर्फ लाइन उत्तर की तरफ खिसकने से दक्षिण पूर्वी जिलों में बारिश का दार थम गया है।
तीन अगस्त से एक बार फिर से प्रदेश में मानसून पूरी तरह से सक्रिय होगा। वहीं तीन और चार अगस्त से अधिकतर जिलों में बारिश का दौर फिर से शुरू होगा। फिलहाल मानसून टर्फ लाइन उत्तर की तरफ खिसकने से दक्षिण पूर्वी जिलों में बारिश का दार थम गया है।
जलस्तर 310.54 आरएल मीटर दर्ज
जयपुर सहित अन्य जिलों की पेयजल आपूर्ति वाले बीसलपुर बांध में जलस्तर का सिलसिला जारी है। रविवार सुबह बांध का जलस्तर 310.54 आरएल मीटर दर्ज किया गया। फिलहाल टोंक, भीलवाड़ा सहित कैचमेंट एरिया में बारिश का दौर पूरी तरह से थमने से त्रिवेणी के बहने का इंतजार है। ताकि यहां का जल बांध में पहुंच सके।
जयपुर सहित अन्य जिलों की पेयजल आपूर्ति वाले बीसलपुर बांध में जलस्तर का सिलसिला जारी है। रविवार सुबह बांध का जलस्तर 310.54 आरएल मीटर दर्ज किया गया। फिलहाल टोंक, भीलवाड़ा सहित कैचमेंट एरिया में बारिश का दौर पूरी तरह से थमने से त्रिवेणी के बहने का इंतजार है। ताकि यहां का जल बांध में पहुंच सके।
बढेगा पारा
राजस्थान में मानसूनी गतिविधियां कम होने से आगामी दिनों में गर्मी का असर फिर बढ़ सकता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस दौरान पूरे प्रदेश के तापमान में दो से पांच डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इससे पहले मानसून की टर्फ लंबी अवधि के लिए अपने सामान्य स्थान के दक्षिण में अच्छी तरह से स्थित रही। जिसके चलते जैसलमेर, बाड़मेर, फलोदी और पोखरण जैसे राज्य की अंतिम चौकियों तक अच्छी बारिश हुई।
राजस्थान में मानसूनी गतिविधियां कम होने से आगामी दिनों में गर्मी का असर फिर बढ़ सकता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस दौरान पूरे प्रदेश के तापमान में दो से पांच डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इससे पहले मानसून की टर्फ लंबी अवधि के लिए अपने सामान्य स्थान के दक्षिण में अच्छी तरह से स्थित रही। जिसके चलते जैसलमेर, बाड़मेर, फलोदी और पोखरण जैसे राज्य की अंतिम चौकियों तक अच्छी बारिश हुई।