
जयपुर . राजकीय जयपुरिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल में निजी सेवा प्रदाता इटरल हॉस्पिटल की ओर से एमआरआई जांच सुविधा शुरू कर दी गई। चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने गुरुवार को इसका शुभारंभ किया। सराफ ने बताया कि 6 माह में यहां कैथ लैब भी प्रारम्भ कर दी जाएगी।
इस अवसर पर सराफ ने कहा कि इस मशीन का शुभारंभ होने से आसपास की करीब 3 लाख की आबादी को बेहतर चिकित्सा जांच एवं उपचार सेवाओं का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में जयपुरिया अस्पताल में सीटी स्कैन, 2-डी ईको, सीटीएमटी और हॉल्टर मॉनिटरिंग चिकित्सीय जांच सेवाएं शुरू की जा चुकी हैं। अब 6 माह में कैथ लैब भी शुरू करने की योजना है।
एसएमएस की दरों पर होगी जांच
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि एसएमएस की दरों पर ही यहां जांच सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। मंत्री ने तीन माह में 2 करोड़ की लागत से स्वाइन फ्लू लैेब की स्थापना करने की घोषणा की। इसके लिए 1 करोड़ की राशि आरयूएचएस और 1 करोड़ की राशि सांसद कोष से रामचरण बोहरा की ओर से दी जाएगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा ने की। सांसद बोहरा ने जयपुरिया अस्पताल के विकास के लिए सांसद कोष से पर्याप्त राशि देने की घोषणा की। राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ राजाबाबू पंवार, ईएचसीसी की निदेशक डॉ.मंजू शर्मा व जयपुरिया अधीक्षक डॉ. रेखासिह ने भी विचार व्यक्त किए।
स्वाइन फ्लू से बचाव की दवा नि:शुल्क
होम्योपैथी चिकित्सालय में स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए नि:शुल्क दवा दी जा रही है। होम्योपैथी विवि के रजिस्ट्रार डॉ. तारकेश्वर जैन ने बताया कि होम्योपैथिक दवा आरसेनिक अल्बम 30 (चिकित्सक के निर्देशानुसार) लगातार तीन दिन लेने से इस मौसमी बीमारी से बचा जा सकता है। यह दवा होम्योपैथी विवि सायपुरा सांगानेर और डॉ. मदन प्रताप खूंटेटा होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज में नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जा रही है।
Published on:
21 Sept 2017 09:13 pm
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