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जानना जरुरी: नव संवत्सर में विचित्र संयोंग, कैसे मंगल मचाएगा दंगल… पिछले साल से तुलना

जब साल की शुरुआत ही राक्षस नाम से हो रही है तो फिर कुछ अच्छा मिलने की उम्मीद कम ही है। राक्षस संवत्सर होने के कारण मानव मात्र में एकांकी विचार पनपेंगे।

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New Year 2020

New Year 2020: नए साल पर बन रहा अनूठा संयोग, जानें किस राशि वालों के सितारे होंगे बुलंद

जयपुर
चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से #Hindu-Nav-Varsh हिन्दू नववर्ष की शुरुआत हो जाती है। 13 अप्रैल 2021 मंगलवार से #Nav-samvatsat-2078 नव संवत्सर 2078 का प्रारंभ हो गया। इस बार विचित्र संयोग भी बन रहा है। जिस वजह से नव संवत्सर 2078 का नाम ष्राक्षसष् पड़ रहा है। इसी पावन दिन से चैत्र नवरात्रि #Nav-Ratri-2021 भी शुरू हो जाती हैं। इस नव वर्ष का राजा और मंत्री दोनो ही मंगल हैं। ग्रहों की स्थिति अनुकूल नहीं होने से इस बार मंगल और ज्यादा दंगल करने की तैयारी में हैं। ज्योतिषचार्यों की मानें तो पिछले साल कोरोना काल के दौरान जो ग्रह स्थिति बन रही थी यह उससे भी एक कदम आगे हैं। इसलिए हर क्षेत्र में सावधानी और सतकर्ता बरतने की बेहर जरुरत है। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि कल से शुरु होने वाले नवरात्रि दशा और दिशा तय करने वाले साबित होंगे।

यह होगा मंगल का पूरा मंत्रिमंडल
इस साल मंगलवार से नए हिंदू वर्ष की शुरुआत हो रही है जिस वजह से मंगल ग्रह राजा व मंत्री होंगे। इनके मंत्री मंडल में कुछ महत्वपूर्ण ग्रह शामिल रहेंगे। इस साल मंगल ग्रह नए हिन्दू वर्ष के स्वामी हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मंगल भूमि पुत्र हैं। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार मंगल भूमि के कारक ग्रह भी हैं। इस बार चंद्र देव सेनापति होंगे। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार चंद्र देव को मानक का कारक ग्रह माना जाता है। देव गुरु बृहस्पति इस बार वित्त मंत्री होंगे। बुध इस बार कृषि मंत्री होंगे।

नव संवत्सर का नाम ही राक्षसए सावधानी और सतकर्ता बरतने की जरुरत
ज्योतिषाचार्य राजकुमार चतुर्वेदी का कहना है कि जब साल की शुरुआत ही राक्षस नाम से हो रही है तो फिर कुछ अच्छा मिलने की उम्मीद कम ही है। राक्षस संवत्सर होने के कारण मानव मात्र में एकांकी विचार पनपेंगे। सामाजिक दूरियां बढ़ना तय है। बेरोजगारी बढेगीए तामसिक कार्य जैसे अपराध की ओर युवाओं का रुझान होगा। अतिवृष्टि और अनावृष्टि होने से फसलों को नुकसान संभव है। प्रजा अपने राजा से पीडित रहेगी। राजा को भी अदृश्य भय रहेगा। राजा मंगल होने से अनेक देश के शासकों में परस्पर विरोध बढेगा। प्रजा की पीडा में बढ़ोतरी होगी। धन और सम्पत्ति का नुकसान होने के भी योग बन रहे हैं। ज्योतिषाचार्य पुष्पेन्द्र बोहरा ने बताया कि हर व्यक्ति की जन्मपत्री के अनुसार अलग.अलग परिणाम मिलते हैं। लेकिन इस बार मंगल करने वाला ही दंगल करने की तैयारी कर रहा है। सावधानी बरतने और राजा की बात सुनने की बेहद जरुरत है।


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