New Tourism Season Start : नया पर्यटन सत्र आज से शुरू हो गया है। रणथम्भौर में पहले दिन 3500 पर्यटक बाघों का दीदार करेंगे। मौजूदा वक्त हालात यह है कि रणथम्भौर और सरिस्का में एडवांस बुकिंग फुल है। मुकुंदरा में फिलहाल पर्यटकों की नो-एंट्री है।
रणथम्भौर और सरिस्का टाइगर रिजर्व समेत प्रदेश के अन्य वन्यजीव अभयारण्यों में रविवार, एक अक्टूबर से नया पर्यटन सत्र (सीजन) शुरू होगा। कोटा के इस टाइगर रिजर्व को फिलहाल पर्यटकों के लिए नहीं खोला जाएगा। रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में पर्यटक जा सकेंगे। रणथम्भौर में पहले दिन सुबह व शाम की पारियों में करीब 3500 पर्यटक भ्रमण पर जाएंगे। सीसीएफ ने बताया कि एडवांस ऑनलाइन बुकिंग जून 2024 तक के लिए पहले ही फुल हो चुकी है। सत्र के पहले दिन की करंट ऑनलाइन बुकिंग भी फुल हो गई है। इस सत्र में प्रत्येक बुधवार को पर्यटन गतिविधियां बंद रहेंगी। इधर, अलवर के सरिस्का में इस बार दो नए बाघ, तीन भालू एवं नए शावक आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। एक अक्टूबर से सभी रूटों पर पर्यटकों को सफारी की अनुमति रहेगी। सरिस्का में गत वर्ष रणथंभौर से दो बाघ लाए गए हैं। इसके अलावा तीन भालू भी सरिस्का में आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। इस साल नए शावक भी सरिस्का को मिले हैं।
पिछले साल बाघिन एसटी-3 की प्राकृतिक मौत होने के कारण पर्यटक इसे अब देख नहीं पाएंगे। पर्यटन सीजन के शुरुआती दिनों में सफारी के लिए ऑनलाइन बुकिंग पहले ही फुल हो चुकी है। वर्तमान में सरिस्का में बाघों की संख्या 30 है।
रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्वबूंदी का रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व भी रविवार से पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। पर्यटक बफर जोन में वन्यजीवों का दीदार कर सकेंगे। यह टाइगर रिजर्व करीब 1502 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है। उपवन संरक्षक संजीव शर्मा ने बताया कि पर्यटकों को सुबह 6.30 व शाम को 3 से 6 बजे तक प्रवेश दिया जाएगा। पहले दिन 100 पर्यटक व स्कूली बच्चों की बुकिंग है। दो वाहन बुक किए जा चुके हैं। पर्यटक सीजन में सफारी के लिए 9 वाहनों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है। पर्यटकों के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन टिकट बुकिंग की व्यवस्था की गई। विभाग की ओर से प्रत्येक पर्यटक का स्वागत किया जाएगा।
मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्वकोटा के इस टाइगर रिजर्व को फिलहाल पर्यटकों के लिए नहीं खोला जाएगा। मुकुन्दरा हिल्स को अप्रेल-2013 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। अप्रेल 2018 में रामगढ़ से रेस्क्यू कर लाए गए बाघ को यहां छोड़ा गया था। इसके बाद बाघों की दो जोड़ियां भी हो गई थीं। इसके बावजूद अब तक टाइगर रिजर्व को पर्यटकों के लिए नहीं खोला गया। अभी यहां मेें एक बाघ व एक बाघिन हैं। उप वन संरक्षक बीजो जोय ने बताया कि टाइगर रिजर्व को पर्यटकों के लिए खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।