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Loksabha Election 2024:अब एक ही सवाल….क्या भाजपा में शामिल होने वालों को मिलेगा टिकट?

Loksabha Election 2024:राजनीतिक पंडितों के बीच एक ही सवाल गूंज रहा है कि क्या कांग्रेस में रहे दिग्गज नेताओं को भाजपा लोकसभा का टिकट दे पाएगी? यदि हां तो किन-किन को? दूसरा भाजपा में जो टिकट की उम्मीद लगाए बैठे हैं, अब उनका क्या होगा?

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जयपुर

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Rajesh Dixit

Mar 11, 2024

Loksabha Election 2024:अब एक ही सवाल....क्या भाजपा में शामिल होने वालों को मिलेगा टिकट?

Loksabha Election 2024:अब एक ही सवाल....क्या भाजपा में शामिल होने वालों को मिलेगा टिकट?

लोकसभा इलेक्शन: हॉट इश्यू

Loksabha Election 2024:जयपुर। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने की तिथि नजदीक आ रही है। इधर राजस्थान में भाजपा का कुनबा बढ़ रहा है। किसी को टिकट की उम्मीद है तो किसी को अन्य पदों के मिलने की संभावनाएं। किसी को जांच एजेंसियों से राहत चाहिए। रविवार का दिन राजस्थान की सियासत का उथल-पुथल वाला दिन रहा। कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भाजपा में शामिल हो गए। दिग्गज नेताओं के साथ-साथ कार्यकर्ताओं की संख्या भी खूब रही। आंकड़ा हजार को पार कर गया। अब राजनीतिक पंडितों के बीच एक ही सवाल गूंज रहा है कि क्या कांग्रेस में रहे दिग्गज नेताओं को भाजपा लोकसभा का टिकट दे पाएगी? यदि हां तो किन-किन को? दूसरा भाजपा में जो टिकट की उम्मीद लगाए बैठे हैं, अब उनका क्या होगा?

भाजपा की पहली सूची दो मार्च को जारी हुई। इसमें कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए दो नेता ज्योति मिर्धा को नागौर से महेन्द्र जीत सिंह मालवीया को बांसवाड़ा से भाजपा ने मैदान में उतार दिया था। हालांकि मिर्धा को तो विधानसभा चुनाव में भी नागौर सीट से मौका मिला था, लेकिन वे हार गई थीं। इन्हें अब लोकसभा का भी टिकट दिया गया है। मिर्धा व मालवीया को भाजपा से टिकट मिलने के बाद से कांग्रेस में उथल-पुथल और तेज हो गई। भाजपा की "नाव" में बैठकर लोकसभा चुनाव की "वैतरणी" पार करने पर आमादा नेताओं की बाढ सी आ गई है। चर्चाओं की बात करें तो ज्योति खंडलेवाल भी जयपुर शहर से उम्मीद लगाए हुए है। ये पूर्व महापौर रही हैं। विधानसभा चुनाव से पहले ही भाजपा में शामिल हो गई थी। हालांकि इन्हें विधानसभा चुनाव में मौका नहीं मिल पाया था। खंडेलवाल ने पिछला लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट से जयपुर शहर से लड़ा था। ऐसे में चर्चा है कि इन्हें भाजपा मौका दे सकती है। इधर जयपुर ग्रामीण की बात करें तो पूर्व सांसद व केन्द्रीय मंत्री लालचंद कटारिया का नाम भाजपा से टिकट मिलने वालों की चर्चा में आ गया है। वहीं कुछ राजनीतिक पंडित कहते हैं कि कटारिया को टिकट नहीं चाहिए। उन्हें तो जांच एजेंसियों की कार्रवाई से राहत चाहिए।

एक नाम खिलाड़ीलाल बैरवा का सामने आ रहा है। ये वर्ष 2009 में सांसद रहे हैं। बसेडी से भी पूर्व विधायक रहे हैं। इनका आरोप था कि विधानसभा चुनाव में उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की वजह से टिकट नहीं मिला। इसलिए भाजपा में शामिल हो गए। इनका नाम अब करौली-धौलपुर लोकसभा सीट से चल पड़ा है। इधर पिछले लोकसभा चुनाव में अजमेर लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट से चुनाव लडऩे वाले रिजु झुंझुंनलवाला भी भाजपा में शामिल हो गए। इधर इनके भी भीलवाड़ा से चुनाव लडऩे की चर्चाओं का बाजार गर्म है।

कांग्रेस में मची भगदड़ से इनके आलाकमान भी चिंतित हैं। आखिर ये हो क्या रहा है? जिन्हें टिकट दे रहे थे, वे भी दामन छोड़ रहे हैं। ऐसे में अब कांग्रेस व भाजपा दोनों पार्टियों की सोमवार को होने वाली केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक में टिकटों के पैनल पर अब नए सिरे से चर्चा होगी। अब देखना यही होगा कि कांग्रेस से भाजपा का दामन थामने वालों में से कितनों को लोकसभा चुनाव में "टिकट का इनाम" मिल पाता है।