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Organ Donation: राजस्थान के सभी मेडिकल कॉलेजों में अंगदान एवं प्रत्यारोपण की मिलेगी सुविधा, कवायद हुई तेज

Cadaver Transplant: वर्ष 2018 में सोटो की स्थापना के बाद से प्रदेश में अंगदान एवं प्रत्यारोपण के क्षेत्र में सतत प्रगति हो रही है। विगत 6 माह में ही सवाई मानसिंह अस्पताल में 19 कैडेवर ट्रांसप्लांट किए गए हैं, जो एक बड़ी उपलब्धि है।

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जयपुर

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Rajesh Dixit

Aug 04, 2025

सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज सभागार में सोमवार को अंगदान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित अंगदान जागरूकता कार्यक्रम। फोटो पत्रिका।

सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज सभागार में सोमवार को अंगदान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित अंगदान जागरूकता कार्यक्रम। फोटो पत्रिका।

Organ Transplant: जयपुर। राजस्थान अंगदान एवं प्रत्यारोपण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। हमारा प्रयास है कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में अंगदान एवं प्रत्यारोपण की सुविधा शुरू हो, ताकि इस पुनीत कार्य को आगे बढ़ाते हुए अधिक से अधिक संख्या में लोगों का जीवन बचाया जा सके। उन्होंने सभी मेडिकल कॉलेजों से आह्वान किया कि वे इस दिशा में सक्रियता से कार्य करें। राज्य सरकार उन्हें हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी।

चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीष कुमार सोमवार को सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज सभागार में अंगदान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित अंगदान जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर वर्ष करीब 10 हजार मौतें सडक़ दुर्घटनाओं में होती हैं। इनमें से 10 प्रतिशत ब्रेन डेड व्यक्तियों का अंगदान भी संभव हो सके तो अंगों की प्रतीक्षा कर रहे अनेक रोगियों को नया जीवन मिल सकता है। उन्होंने कहा कि अंगदान एक ऐसा पुण्य कार्य है, जिससे व्यक्ति अपनी मृत्यु के बाद भी जीवित रहता है और यह पुण्यकर्म उसे पूरी सृष्टि से जोड़ देता है।

स्वस्थ जीवन शैली अपनाएं ताकि कम से कम हो ट्रांसप्लांट की आवश्यकता

अम्बरीष कुमार ने कहा कि दुर्घटना, असंतुलित जीवन शैली और जेनेटिक कारणों से अंग प्रत्यारोपण की आवश्यकता बढ़ रही है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम स्वस्थ जीवन शैली अपनाएं। हमारा खान—पान संतुलित हो और योग आदि से अपने शरीर को स्वस्थ रखें। इससे हम न केवल निरोग रहेंगे, बल्कि अंग प्रत्यारोपण की आवश्यकता भी कम से कम होगी। उन्होंने सभी मेडिकल कॉलेजों में योग क्लासेज प्रारंभ करने के भी निर्देश दिए। अंगदान एवं प्रत्यारोपण आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की पराकाष्ठा है, जिसने मौत से संघर्ष कर रहे व्यक्तियों के जीवन में रोशनी पैदा की है। आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की बदौलत हमारी औसत आयु बढकऱ 75 वर्ष तक पहुंच गई है, जो आजादी के समय 26 से 30 वर्ष हुआ करती थी।

मा योजना में हो रहा निशुल्क प्रत्यारोपण

चिकित्सा शिक्षा सचिव ने कहा कि राज्य सरकार अंगदान एवं प्रत्यारोपण की सुविधाओं में निरंतर विस्तार कर रही है। मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना में अंग प्रत्यारोपण की सुविधा निशुल्क उपलब्ध है। साथ ही, अंगदान को बढ़ावा देने के लिए एक पारदर्शी एवं सुगम प्रक्रिया विकसित की गई है। इसी का परिणाम है कि विगत कुछ समय में प्रदेश में अंगदान एवं प्रत्यारोपण के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। आने वाले समय में राजस्थान इस क्षेत्र में अव्वल राज्य बनकर उभरेगा।

विगत 6 माह में ही एसएमएस में 19 कैडेवर ट्रांसप्लांट

सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. दीपक माहेश्वरी ने कहा कि वर्ष 2018 में सोटो की स्थापना के बाद से प्रदेश में अंगदान एवं प्रत्यारोपण के क्षेत्र में सतत प्रगति हो रही है। विगत 6 माह में ही सवाई मानसिंह अस्पताल में 19 कैडेवर ट्रांसप्लांट किए गए हैं, जो एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि कॉर्निया ट्रांसप्लांट के मामले में यहां जीरो पेंडेंसी है। इसी प्रकार सवाई मानसिंह अस्पताल का स्किन बैंक नॉर्थ इंडिया का सबसे बड़ा स्किन बैंक है। उन्होंने कहा कि राजस्थान को मेडिकल हब बनाने के लिए अंगदान एवं प्रत्यारोपण की सुविधाओं को और सुदृढ़ किया जा रहा है।