
अन्य पिछड़ा वर्ग संघ ने रखी अपनी मांगें, कहा— चुनाव में दिखाएंगे ताकत
जयपुर। प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग संघ द्वारा चलाई जा रही ओबीसी जातियों में जागृति और अधिकारों की मुहिम के तहत जयपुर की सभी विधान सभाओं में घर-घर जागरूकता संदेश पहुंचाने का लक्ष्य लगभग पूरा कर लिया गया है
अन्य पिछड़ा वर्ग संघ के अध्यक्ष डा प्रवीण तंवर ने बताया कि 20 दिसंबर 1978 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने सांसद बीपी मंडल की अध्यक्षता में पिछड़ा आयोग का गठन किया। इसे बाद में मंडल आयोग कहा जाने लगा। सांसद बीपी मंडल ने 2 साल में लगभग 640 जिलों का दौरा किया। इसमें 3743 जातियों को पिछड़े मॉमडेंट में रखा। इस आंकड़े के लिए 1931 की जनगणना को आधार बनाया गया। आज स्थिति बदल चुकी है। 2023 की जनगणना के अनुसार बहुसंख्यक ओबीसी को आरक्षण मिलना चाहिए।
तंवर ने बताया कि हमें आज भी आरक्षण की मूलभूत सुविधाओं से दूर रखा जा रहा है। आज सभी सरकारें हमें जातियों में बताकर पिछड़ा आयोग को कमजोर कर रही है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने ओबीसी वर्ग के साथ अन्याय किया है
अब जयपुर शहर की सभी विधानसभाओं में अपना वर्चस्व दिखाएंगे। ताकि हमारी मांगे हमारे समाज के लिए हितकारी व पूर्ण हो सके।
अन्य पिछड़ा वर्ग संघ की प्रमुख मांगे...
— संविधान निर्माण के समय डॉक्टर अंबेडकर ने ओबीसी के लिए अनुच्छेद 340 का प्रावधान रखा था। उसे लागू किया जाएं।
— ओबीसी वर्ग के छात्रों को बार-बार जाति प्रमाण पत्र बनाने से मुक्ति मिले।
—ओबीसी वर्ग के छात्रों को प्रतिमाह 3000 रुपए छात्रवृत्ति और छात्रावासों का निर्माण किया जाएं।
— ओबीसी छात्रों के लिए तकनीकी शिक्षा मुफ्त आर्थिक सहायता दी जाएं। ताकि आत्मनिर्भर बनकर स्वयं का रोजगार शुरू कर सके।
Published on:
07 Oct 2023 12:03 am
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