पाक के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता डॉ मुहम्मद फैज़ल ने एक आधिकारिक बयान में कहा है, ”पाकिस्तान को एक पाकिस्तानी कैदी, शकीरुल्ला की भारत की जयपुर सेंट्रल जेल में नृशंस हत्या के संबंध में मीडिया रिपोर्टों पर गंभीर चिंता है।”
बयान में कहा गया है कि शकीरुल्ला को जेल के अन्य कैदियों ने पुलवामा घटना का प्रतिशोध लेने के चलते मौत के घाट उतारा है। प्रवक्ता ने कहा है कि नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग ने आधिकारिक रूप से इस मुद्दे को भारतीय अधिकारियों के समक्ष उठाया है और उनसे अनुरोध किया है कि वे रिपोर्ट को तुरंत प्रमाणित करें और जवाब दें।
यही नहीं पाकिस्तान ने भारत सरकार से भारतीय जेलों में बंद सभी पाकिस्तानी कैदियों और भारत पहुंचे पाकिस्तान सैलानियों के पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त सुनिश्चित किये जाने की भी अपील की है।
ये हुई थी घटना
जयपुर केंद्रीय जेल में बुधवार दोपहर को टीवी की आवाज कम ज्यादा करने को लेकर मामूली विवाद में कुछ कैदियों ने पाकिस्तानी कैदी के सिर पर पत्थर से वार कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। पाकिस्तानी कैदी की मौत की सूचना पर जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जेल में कैदी की मौत के बाद हत्या को लेकर चार कैदियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसकी जांच कमिश्नरेट करेगा और मामले की न्यायिक जांच की सिफारिश भी कर दी गई है।
पत्थर उठाकर सिर में मारा
डीजी जेल एन.आर.के. रेड्डी ने बताया कि जेल के बाड़ा संख्या 10 में करीब 66 कैदी हैं। इनमें से नौ कैदी दोपहर करीब सवा बजे टीवी रूम में फिल्म देख रहे थे। इन कैदियों में शकरुल्लाह समेत तीन पाकिस्तानी कैदी मौजूद थे। गाना आने के दौरान एक कैदी ने आवाज तेज कर दी, इसको लेकर शकरुल्लाह उर्फ मोहम्मद हनीफ उर्फ अमर सिंह (45) निवासी सियालकोट, पाकिस्तान ने विरोध जताया। इस पर आपस में दोनों में कहासुनी हो गई। इसी बात पर अजीत, मनोज, कुलविंद्र और भजन मीणा ने उसको पकड़ा और एक ने टीवी के नीचे रखा पत्थर उठाकर शकर उल्लाह के सिर में दे मारा। पत्थर सिर में लगने के बाद उसकी मौत हो गई।
फिलहाल हत्या का मामला दर्ज
वारदात के समय टीवी रूम में हाजी खान, महेश, नंदलाल और मल्लाकी भी मौजूद था। इसकी जानकारी लगते ही जेल प्रशासन का पूरा लवाजमा पहुंचा और कैदियों को हिरासत में लिया। बाद में मामले की जानकारी लालकोठी थाना पुलिस को दी गई। फिलहाल आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच के लिए पुलिस कमिश्नरेट को दे दिया गया है, वहीं न्यायिक जांच के लिए सिफारिश भी कर दी गई है। विदेशी दूतावास को भी इसकी सूचना भेजी जाएगी।
नाभा जेल से गिरफ्तार कर लाई थी एटीएस
लश्कर से जुड़ा पाकिस्तानी कैदी शकरुल्लाह पंजाब की नाभा जेल में बंद था। उस दौरान कैदियों को आतंकी बनाने का सिलसिला शुरू कर दिया। यहां तक की जेल से सीधे पाकिस्तान में बैठे आकाओं तक से कैदियों की बात करवा दी। जेल से पाकिस्तान में बातचीत को लेकर राजस्थान एटीएस के राडार पर आया और एटीएस ने मार्च 2011 में उसे गिरफ्तार कर जयपुर जेल में डाल दिया। इस मामले में तीन पाकिस्तानी कैदी और पांच भारतीय कैदी शामिल थे। बाद में मामले में शकरुल्लाह को आजीवन कारावास की सजा हो गई। तभी से वह जयपुर जेल में बंद था।
पाकिस्तानी कैदियों की बढ़ाई सुरक्षा
घटनाक्रम के बाद जयपुर सेंट्रल जेल समेत प्रदेशभर में बंद पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।