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सप्तक की रानी के सुरों से महकी फिजां

शास्त्रीय गायिका बेगम परवीन सुल्ताना ने सेंट्रल पार्क में सजाया शास्त्रीय संगीत का गुलदस्ता

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जयपुर

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Imran Sheikh

Apr 27, 2019

music concert

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सप्तक की रानी के सुरों से महकी फिजां

जयपुर

सप्तक की रानी शास्त्रीय गायिका बेगम परवीन सुल्ताना ने सेंट्रल पार्क की फिजां में अपने सुरों की मिठास से फिजां को महका दिया। मौका था, शनिवार को टूरिज्म डिपार्टमेंट, जेडीए और स्पिक मैके की ओर से आयोजित की जाने वाली 'म्यूजिक इन द् पार्क सीरीजÓ का। सीरीज के तहत इस बार पटियाला और किराना घराने की जानी-मानी गायिका बेगम परवीन सुल्ताना शहर के संगीत प्रेमियों से मुखातिब हुई। इस मौके पर उन्होंने अपनी धीर-गंभीर गायिकी के जरिए श्रोताओं को भाव-विभोर किया। उन्होंने शुरुआत में राग मधुवंती को अपनी प्रस्तुति का माध्यम बनाया। इसमें उन्होंने आलापचारी करते हुए राग के सौन्दर्य को दर्शाया। हालांकि माइक सिस्टम गड़बड़ाने के चलते उन्हें कई बार आयोजकों को टोकना पड़ा। इस प्रस्तुति में उन्होंने आलापचारी में तबले की सहायता के बिना माहौल को संगीतमय बनाया और उसके बाद तबले के साथ सुर, लय और ताल के अनेक रंगों से इस विधा पर अपनी मजबूत पकड़ की अनुभूति करवाई। उनकी गायकी भावपूर्ण होने के साथ साथ शास्त्रीय संगीत के गहरे ज्ञान से सराबोर थी, जिसे सुनना शहर के संगीत प्रेमियों के लिए खास रहा। उनके साथ तबले पर मिथलेश झा और हारमोनियम पर परोमिता मुखर्जी ने संगत की। इससे पूर्व स्पिक मैके के प्रवक्ता संदीप चंडोक ने कलाकारों का अभिनंदन किया।

शॉर्टकट नहीं सक्सेस का रास्ता

इससे पूर्व मीडिया से बातचीत करते हुए परवीन सुल्ताना ने कहा कि इन दिनों टीवी पर चल रहे रियलिटी शोज संगीत सीख रहे बच्चों में आत्मविश्वास तो जगा रहे है, साथ ही इसके जरिए उन्हें एक बेहतर प्लेटफॉर्म भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि संगीत साधना में लगी युवा पीढ़ी आज भी शॉटर्कट के चलते सक्सेस हासिल करना चाह रही है, जोकि सही नहीं है। उन्होंने युवाओं को सलाह देते हुए कहा कि संगीत के क्षेत्र में अपना करियर बनाने से पहले उन्हें अपने दिल और दिमाग में एक संतुलन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवा जल्दी सीखकर प्रस्तुति देने की लालसा में रियाज पर ध्यान नहीं दे पाते हैं साथ ही तालीम भी बराबर नहीं लेते हैं।