
15 दिसंबर को होगी पाई ओलंपिक्स की क्लोजिंग सेरेमनी। फोटो पत्रिका
PIE School Olympics : सवाई मानसिंह स्टेडियम जयपुर में पाई स्कूल ओलंपिक्स के तीसरे दिन बुधवार को खेलों का उत्साह दोगुना हो गया। यह ओलंपिक्स पत्रिका इन एजुकेशन (पाई) और राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हो रहा है। इस मेगा इवेंट में विभिन्न खेलों के रोमांचक मुकाबले जारी हैं।
विभिन्न कोर्ट और ग्राउंड पर सुबह से ही खिलाड़ियों का जोश देखने को मिला, जहां उन्होंने अपना शानदार प्रदर्शन किया। फुटबॉल, खो-खो, कबड्डी, ताइवांडो, जूडो-कराटे, जिमनास्टिक, हैंडबाल और वॉलीबॉल जैसी प्रतियोगिताओं में युवा खिलाड़ियों ने दमखम दिखाया। स्टूडेंट्स ने मैदान में जोश और उमंग के साथ भाग लिया, हर खेल में प्रतिस्पर्धा का स्तर शानदार रहा।
खो-खो में जहां लड़कों और लड़कियों ने टीमवर्क का बेहतरीन प्रदर्शन किया, वहीं फुटबॉल में तेज दौड़ और शॉट्स ने दर्शकों को रोमांचित किया।
जूडो-कराटे के मुकाबले में खिलाड़ियों ने शानदार तकनीक और गति से अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। जिमनास्टिक और ताइक्वांडो में युवा खिलाड़ी अपने करतबों से हैरान कर रहे थे। खास बात ये रही कि कम उम्र के खिलाड़ियों ने भी भाग लिया और अपने टैलेंट का बेहतरीन प्रदर्शन किया। हर खेल में प्रतिभागियों का उत्साह और उनकी मेहनत साफ दिख रही थी। इस उत्सव का हिस्सा बनने के लिए माता-पिता और कोच भी अपने बच्चों को उत्साहित करने के लिए स्टेडियम में मौजूद रहे।
फुटबॉल ग्राउंड पर कई रोमांचक मुकाबले हुए, जिसमें टीमों के बीच आक्रामक खेल और रणनीतिक पासिंग ने माहौल को और भी ज्यादा गर्म कर दिया। खिलाड़ी शुरुआती राउंड में बेहतर गोल अंतर बनाने की कोशिश में थे, ताकि नॉकआउट चरण में जगह पक्की की जा सके। वहीं खो-खो मैदान पर खिलाडिय़ों की तेजी, फुर्ती और डाइविंग मूवमेंट्स ने मुकाबले को और रोमांचक बना दिया।
पाई स्कूल ओलंपिक्स पहला ऐसा खेलों का आयोजन है,जहां ग्रास रूट लेवल से खिलाड़ी तैयार होते हैं। इन खेलों में बच्चे मैदान में उतरते हैं और खेलों की दुनिया से रू-ब-रू होते हैं। यही देश का नाम रोशन कर सकते हैं।
नीतू बारुपाल, सचिव, राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद
इन खेलों से बच्चों को एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा मिलती है। यहीं से खिलाड़ी के जीवन में खेल का प्रादुर्भाव होता है। जब एक बच्चा मुकाबला जीतता है तो वह यह बात अपने जीवन में कभी नहीं भूलता है। यहीं से खेल जीवन शुरू होता है।
अतुल शर्मा, पूर्व भारतीय हैंडबॉल खिलाड़ी
तेरह वर्षीय जूही कुमारी ने द पैलेस स्कूल की ओर खेलते हुए बुधवार को कराटे में गोल्ड मेडल जीता वहीं पाई ओलंपिक्स में पहली बार खेलते हुए एथलेटिक्स में 400 मीटर रेस में रजत पदक हासिल किया। जूही का मुख्य खेल कराटे है और उसमें उन्होंने 50 से अधिक पदक जीते हैं।
Published on:
11 Dec 2025 10:08 am
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