
pinaka-fire near pakistan with extended range in pokhran
जयपुर
रामनवमी से ठीक एक दिन पहले रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने शनिवार पिनाका रॉकेट प्रणाली का शक्ति परीक्षण किया है। उन्नत किए गए पिनाका एम के 1 (EPRS) और पिनाका एरिया डिनायल मुनिशन (ADM) का यह परीक्षण पूरी तरह से सफल रहा। इस परीक्षण राजस्थान के जैसेलमेर स्थित पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में किया गया। युद्धक क्षमताओं की शक्ति की परख के लिए कुल 24 ईपीआरएस रॉकेटों का टेस्ट किया गया। इसके साथ ही इस मल्टी बैरल रॉकेट लांचर सिस्टम का परीक्षण पूरा हो गया है।
पाकिस्तान की शाहीन को जवाब
भारत में यह परीक्षण ऐसे दिन किया है जब पाकिस्तान ने भी सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल शाहीन-3 का परीक्षण किया। पाकिस्तान ने यह परीक्षण अरब सागर में किया। गौरतलब है कि शाहीन पाकिस्तान की सबसे ताकतवार मिसाइलों में से एक है।
आइए जानते हैं रॉकेट प्रणाली के बारे में
पिनाका एमके 1 रॉकेट प्रणाली की मारक क्षमता लगभग 45 किलोमीटर है। पिनाका-II की मारक क्षमता 60 किलोमीटर है। डीआरडीओ ने इसे पुणे की आयुध अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एआरडीई) व हाई एनर्जी मैटेरियल रिसर्च लेबोरेटरी (एचईएमआरएल) के साथ मिलकर डिजाइन किया है। इस तकनीक को भारतीय उद्योग क्षेत्र को हस्तांतरित कर दिया गया है।
एडवांस नवीगेशन से लैस है पिनाका
डीआरडीओ ने पिनाका रॉकेट लॉन्चर प्रणाली की क्षमता को बढ़ाते हुए उन्नत संस्करण पिनाका-ईपीआरएस (विस्तारित रेंज) का सफल परीक्षण किया है। पिछले एक दशक से सेना में सेवा दे रही पिनाका का यह उन्नत संस्करण है। इस प्रणाली को नई टेक्नोलॉजी के साथ उभरती आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। एडवांस नेवीगेशन और कंट्रोल सिस्टम से लैस पिनाका मिसाइल अब सेना में एक दशक से सेवा दे रहे पिनाका की जगह लेगा।
सेना के लिए ऐसे तैयार हुआ पिनाका
1 1980 के दशक में पिनाका को विकसित करना शुरू हुआ।
2 1990 के आखिर में पिनाका मार्क-1 का सफल परीक्षण हुआ।
3 पिनाका की बैटरी में छह राकेट लान्चिंग वाहन होते हैं।
4 पिनाका-II को एक गाइडेड मिसाइल की तरह है
5 पिनाका से नजदीक दुश्मन टारगेट को ध्वस्त किया जा सकता है।
6 यह छोटी रेंज की इन्फैंट्री, आर्टिलरी और हथियार युक्त वाहनों है निशाना
Published on:
09 Apr 2022 07:23 pm
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