प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच खुलकर सामने आई ताज़ा अदावत को भी जमकर ‘कैश’ करने की कोशिश की। उन्होंने गहलोत-पायलट का नाम लिए बगैर कटाक्ष भी किया और जमकर निशाना भी साधा।
पीएम मोदी ने कहा ‘ये कैसी सरकार है जहां मुख्यमंत्री को अपने ही विधायकों पर भरोसा नहीं है? ये कैसी सरकार है जहां विधायकों को अपने सीएम पर ही भरोसा नहीं है? सरकार के भीतर सब एक-दूसरे को अपमानित करने की होड़ में हैं। जब कुर्सी पूरे 5 साल संकट में ही पड़ी रही हो तो ऐसे में राजस्थान के विकास की किसे परवाह होगी?’
उन्होंने कहा कि ‘पिछले 5 वर्षों से राजस्थान में राजनीतिक लड़ाई देख रहे हैं। जनता के हित के बजाय यहां कुर्सी लूटने और कुर्सी बचाने का ही खेल चल रहा है।’
PM Modi Rajasthan Visit : श्रीनाथजी के जयकारा लगाकर राजस्थान में प्रधानमंत्री मोदी ये बड़ी बातें बोले
आबूरोड में पीएम मोदी भाषण की टॉप बातें-
– ‘मैं राजस्थान की धरा को, यहां के संस्कारी भाई-बहनों को शीश झुका कर प्रणाम करता हूं।’
– ‘आज 10 मई है और आज ही के दिन 1857 में स्वतंत्रता संग्राम की चिंगारी उठी थी, जिसने अंग्रेजी सत्ता को हिला कर रख दिया था। आज के दिन विदेशी आक्रांताओं के विरुद्ध सैकड़ों वर्षों से चले आ रहे संघर्ष को एक नई दिशा मिली थी। इसलिए आज के दिन वीर भूमि राजस्थान आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।’
– ‘हक्की-पिक्की समुदाय के सैकड़ों साथी कुछ सप्ताह पहले सूडान में चल रही लड़ाई में फंस गए थे। हमारी सरकार इन भाइयों-बहनों को सूडान से निकालने की कोशिश कर रही थी। लेकिन कांग्रेस ने इन्हें लेकर हल्ला मचाना शुरू कर दिया।’
– ‘दूसरा महाद्वीप, दूसरा देश, लड़ाई का माहौल, हर तरफ लड़ाके और कांग्रेस ने इन आदिवासी साथियों की जान खतरे में डाल दी थी। जानते हैं क्यों? क्योंकि कांग्रेस चाहती थी कि सूडान में हमारे आदिवासी भाई-बहनों के साथ कोई अनहोनी हो और ये यहां पर मोदी का गिरेबान पकड़ लें।’
– ‘जब देश में कोरोना महामारी आई, 100 साल का सबसे बड़ा संकट आया, तब भी कांग्रेस ने अफवाह फैलाने की कोशिश की। वैक्सीन पर लोगों को भड़काया। कांग्रेस चाहती थी कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो और वो मोदी की गर्दन पकड़ सकें।’
– ‘आज कांग्रेस शासन में राजस्थान में कानून-व्यवस्था पूरी तरह तबाह हो चुकी है। जिस राजस्थान में गंभीर अपराध सुनने में कम ही आते थे, वहां आज अपराधी बेखौफ होकर घूम रहे हैं और अपने वोट बैंक की गुलामी कर रही कांग्रेस कार्रवाई करने से डर रही है।’
– ‘कांग्रेस सरकार के इस रवैये की राजस्थान की माताओं-बहनों-बेटियों को सबसे बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। राजस्थान में महिलाओं से जुड़े अपराध चरम पर हैं। यहां तक उन्हें तीज-त्योहार भी शंका-आशंका के बीच मनाने पड़ते हैं।’
– ‘ये कैसी सरकार है जहां मुख्यमंत्री को अपने ही विधायकों पर भरोसा नहीं है? ये कैसी सरकार है जहां विधायकों को अपने सीएम पर ही भरोसा नहीं है? सरकार के भीतर सब एक-दूसरे को अपमानित करने की होड़ में हैं। जब कुर्सी पूरे 5 साल संकट में ही पड़ी रही हो तो ऐसे में राजस्थान के विकास की किसे परवाह होगी?’
– ‘पिछले 5 वर्षों से राजस्थान में राजनीतिक लड़ाई देख रहे हैं। जनता के हित के बजाय यहां कुर्सी लूटने और कुर्सी बचाने का ही खेल चल रहा है।’
– ‘कांग्रेस ने दशकों तक जिस प्रकार की राजनीति की है, उसमें दलित, पिछड़े और आदिवासी समाज का सबसे अधिक अहित हुआ है।’
– ‘आदिवासी समाज ने तो वर्षों तक कांग्रेस पर भरोसा किया लेकिन क्या मिला? सिर्फ अभाव, असुविधा और अवसरहीनता।’
– ‘सिरोही, जैसलमेर, करौली, बिराह… यहां कांग्रेस के कुशासन के कारण विकास नहीं हुआ। कांग्रेस ने जिलों को पिछड़ा घोषित कर पल्ला झाड़ लिया था।’ – ‘आपने भाजपा को अवसर दिया तो हमने इन जिलों में विकास की आकांक्षा जगाई। इन्हें आकांक्षी जिला घोषित किया। आज नाथद्वारा में 5,000 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया है इसका भी सबसे अधिक लाभ आकांक्षी जिलों को होगा।’