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प्रवासी राजस्थानी दिवस ; प्रवासी अनुभव को नीति से जोड़े, राजस्थान बड़ी छलांग लगाएगा: डॉ. रोमित पुरोहित

Pravasi Rajasthani Divas 2025: प्रवासी राजस्थानी डॉ. रोमित पुरोहित का मानना है कि यह आयोजन सिर्फ एक सांस्कृतिक मिलन नहीं, बल्कि राजस्थान के विकास मॉडल को नई दिशा देने वाला अवसर है।

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Romit Purohit Interview

डॉ. रोमित पुरोहित: फोटो पत्रिका नेटवर्क

Pravasi Rajasthani Divas 2025: जयपुर। प्रवासी राजस्थानी डॉ. रोमित पुरोहित का मानना है कि यह आयोजन सिर्फ एक सांस्कृतिक मिलन नहीं, बल्कि राजस्थान के विकास मॉडल को नई दिशा देने वाला अवसर है। वे कहते हैं कि यदि प्रवासी राजस्थानियों के वैश्विक अनुभव, नेटवर्क और एग्जीक्यूशन क्षमता को राज्य की नीतियों व परियोजनाओं से जोड़ा जाए, तो आने वाले वर्षों में राजस्थान निवेश, नवाचार और उद्योग के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगा सकता है।

डॉ. पुरोहित खुद भी हेल्थ केयर, एग्री-टेक, फूड प्रोसेसिंग, ड्रोन तकनीक और एक्सपोर्ट-लिंक्ड परियोजनाओं में योगदान देने की तैयारी में हैं। उनके अनुसार- स्पष्ट लक्ष्य, समयसीमा और जवाबदेही ही राजस्थान को विजन 2047 की राह पर तेजी से बढ़ सकते हैं।

सवाल- प्रवासी राजस्थानी दिवस को किस रूप में देखते हैं?

जवाब- मेरे लिए यह सिर्फ एक मिलन नहीं, बल्कि राजस्थान की भविष्य यात्रा की शुरुआत है। यहां प्रवासी राजस्थानियों के ज्ञान, नेटवर्क और वैश्विक अनुभव को राज्य के विकास में जोड़ने का अवसर है। यदि संकल्प कागज पर न रहकर जमीन पर उतरें, तो यह आयोजन आने वाले वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है।

सवाल- वैश्विक अनुभव का राजस्थान की नीतियों और परियोजनाओं में कितना उपयोग हो सकता है?

जवाब- व्यापक और प्रभावी उपयोग हो सकता है, बशर्ते सब कुछ सही दिशा में हो। हम जैसे लोग गल्फ और अन्य देशों में काम करते हुए एग्जीक्यूशन एक्सीलेंस, रिस्क मैनेजमेंट, इनोवेशन और ग्लोबल बैंचमार्किंग सीखते हैं। यह अनुभव राजस्थान की नीतियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बना सकता है।

सवाल- ऐसे आयोजन से किस तरह का बदलाव देखते हैं?

जवाब- नियमित ऐसे आयोजन होंगे तो विकास का स्थायी मॉडल बन जाएगा। निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा, समस्याएं दूर होती रहेंगी, नीतियों में निरंतर सुधार होगा और प्रोजेक्ट्स की गति बढ़ेगी। यदि हर निवेश व परियोजना के लिए परफॉर्मेंस इंडिकेटर तय हो जाएं, तो राज्य में सकारात्मक बदलाव तेजी से दिखाई देंगे। वर्चुअल समीक्षा, सेक्टर-विशेष टास्क फोर्स, नीति और निवेश पर नियमित वर्कशॉप होनी चाहिए।

सवाल- राजस्थान किन क्षेत्रों में बड़ी छलांग लगाने की क्षमता रखता है?

जवाब- हेल्थकेयर, कृषि व एग्री-टेक, फ़ूड प्रोसेसिंग, एआई, डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग, पर्यटन, ऊर्जा और स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों में अपार संभावना है।

सवाल- निवेश के लिए राजस्थान में किस तरह की चुनौतियां महसूस करते हैं?

जवाब- सबसे बड़ी चुनौती है प्रक्रियाओं की जटिलता और अनुमति मिलने में लगने वाला समय है। यह स्थिति ज्यादातर राज्यों में है। कई बार नीतियों की स्पष्टता न होने से निवेशक निर्णय लेने में हिचकिचाते हैं। भूमि उपलब्धता, इंफ्रास्ट्रक्चर और एग्जीक्यूशन की गति भी निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है।

सवाल- वन-स्टॉप इन्वेस्टमेंट सिस्टम कैसा होना चाहिए?

जवाब- सिंगल-विंडो अनुमति प्रक्रिया, भूमि व नीतियों पर स्पष्ट मार्गदर्शन, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट की सरल प्रक्रिया से निवेशकों को दिशा, सुविधा और भरोसा एक ही स्थान पर मिलेंगे।

सवाल- राजस्थान में किसी नए प्रोजेक्ट पर काम करने की तैयारी कर रहे हैं?

जवाब- कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में योजना बना रहा हूं। मेरी इच्छा है कि राजस्थान में फ़ूड पार्क, एग्री-प्रोसेसिंग, एक्सपोर्ट-लिंक्ड क्लस्टर, ड्रोन टेक्नोलॉजी पार्क, हेल्थकेयर सिटी और एक बड़ा इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर विकसित हो। इनमें से किसी सेक्टर में काम करने पर विचार चल रहा है।

सवाल- एग्जीक्यूशन के मामले में कौन-सा वैश्विक मॉडल राजस्थान के लिए उपयोगी हो सकता है?

जवाब- सऊदी विजन- 2030 मॉडल सबसे उत्कृष्ट उदाहरण है। वहां स्पष्ट लक्ष्य, समयसीमा, जवाबदेही और नियमित समीक्षा ने बहुत कम समय में बड़े बदलाव संभव किए हैं। यदि राजस्थान विजन 2047 के लिए इसी मॉडल से प्रेरणा ले, तो राज्य तेजी से प्रगति कर सकता है।

सवाल- वैश्विक राजस्थानी नेटवर्क में अपनी भूमिका आप कैसे देखते हैं?

जवाब- निवेश कनेक्टर, उद्योग सलाहकार और सऊदी-राजस्थान व्यापार सेतु के रूप में देखता हूं। मेरा उद्देश्य है कि वर्षों से अर्जित अनुभव, नेटवर्क और ज्ञान सीधे राजस्थान की प्रगति से जुड़े।