
जयपुर। गर्भवती महिलाओं को सरकार पंजीयन, जांच, प्रसव व बच्चे का जन्म पंजीकरण करवाने पर पांच हजार रुपए देगी। गर्भवती महिलाओं को यह लाभ देने वाली प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना 1 जनवरी से लागू होगी। हालांकि महिलाओं को यह लाभ केवल पहले जीवित बच्चे पर ही मिलेगा। महिलाएं केवल एक बार ही योजना का लाभ ले पाएंगी। महिलाओं को यह राशि तीन किश्तों में मिलेगी। इसके लिए समेकित बाल विकास निदेशालय ने दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए हैं।
तीन किश्तों में मिलेगी राशि
- गर्भवती महिलाओं को योजना के तहत एक हजार रुपए की पहली किश्त गर्भावस्था के पंजीकरण पर मिलेगी। पहली किश्त के लिए गर्भवती महिला को ममता कार्ड बनवाना होगा।
- दूसरी किश्त दो हजार रुपए की होगी। जो कि गर्भावस्था के छह माह पूरे होने व कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच पर मिलेगी।
- योजना की तीसरी किश्त भी दो हजार रुपए की होगी। यह किश्त बच्चे का जन्म पंजीकरण व रोगों से बचाव के लिए बच्चे को बी.सी.जी., डी.पी.टी, ओपीवी व हेपेटाइटिस-बी के टीके लगवाने पर ही मिलेगी। इसके लिए बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र व ममता कार्ड टीकाकरण विवरण के साथ लगवाना आवश्यक होगा।
यह होगी आवेदन की प्रकिया
योजना के तहत लाभार्थियों को भुगतान उनके खातों में किया जाएगा। किश्त की राशि के लिए गर्भवती महिलाओं को आंगनबाड़ी केंद्रों पर आवेदन करना होगा। आवेदन पत्र आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को जमा करवाना होगा। विभाग के अनुसार महिलाओं को यह लाभ निर्धारित मापदंड पूरा करने पर ही दिया जाएगा।
सरकारी व सार्वजनिक क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं को नहीं मिलेगा लाभ
वहीं सरकारी व सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (केंद्र व राज्य सरकार) में कार्यरत कर्मचारी व अन्य किसी कानून में लाभ प्राप्त करने वाली महिलाएं इस योजना का लाभ नहीं ले सकेंगी।
Published on:
14 Dec 2017 06:39 pm
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