मंत्रियों को विभाग बंटवारे में निभाई थी भूमिका
राजस्थान में कांग्रेस सरकार बनने के बाद प्रियंका गांधी ने मंत्रियों के विभाग बंटवारे को लेकर दिल्ली में हुई बैठकों में हिस्सा लिया था। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर हुईं मैराथन बैठकों में प्रियंका भी शामिल हुईं थी। तब जानकारी में ये भी आया था कि राहुल गांधी ने बहन प्रियंका गांधी के घर पहुंचकर भी राजस्थान के मसले पर चर्चा की थी। उस दौरान हुई बैठकों में प्रियंका और राहुल के अलावा सीएम अशोक गहलोत, राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे और केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे। सभी ने कई घंटों तक मंत्रियों के पोर्टफोलियों पर चर्चा की थी।
प्रियंका को ये मिली बड़ी ज़िम्मेदारी
कांग्रेस ने प्रियंका गांधी वाड्रा को सक्रिय राजनीति के मैदान में उतार दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज अपनी बहन श्रीमती वाड्रा को पार्टी का महासचिव नियुक्त करके उन्हें पूर्वी उत्तरप्रदेश की जिम्मेदारी दे दी।
भारतीय राजनीति में कई सालों से यह अटकलें लगायी जा रही थी कि प्रियंका भी सक्रिय राजनीति के मैदान में उतरेंगी। गांधी ने अपनी बहन को यह जिम्मेदारी देकर इन अटकलों पर विराम लगा दिया है। प्रियंका समय समय पर पार्टी की अंदरुनी बैठकों में भाग लेती रही हैं। पार्टी के भीतर से उनको सक्रिय राजनीति में लाने की मांग उठती रही है। इस बीच पार्टी ने वरिष्ठ नेता एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को महासचिव -संगठन पद से हटा दिया है और यह जिम्मेदारी वरिष्ठ नेता के सी वेणुगोपाल को सौंपी गई है।
कांग्रेस ने यहां एक विज्ञप्ति में बताया कि प्रियंका गांधी की नियुक्ति फरवरी के प्रथम सप्ताह से प्रभावी होगी जबकि वेणुगोपाल ने तत्काल पद संभाल लिया है। वह कर्नाटक के मामलों के भी प्रभारी बने रहेंगे। कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता एवं महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिम उत्तरप्रदेश का प्रभारी बनाया है। उनकी नियुक्ति तत्काल प्रभावी होगी। पार्टी ने वरिष्ठ नेता और महासचिव गुलाम नबी आजाद को उत्तरप्रदेश से हटाकर हरियाणा के मामलों का प्रभारी बनाया है।