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Jaipur: पुलिस ने बार-बार थाने से लौटाया… फिर आग की लपटों में घिरा थाने में आया प्रॉपर्टी डीलर, जानें पूरा मामला

Jaipur News: राजधानी जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर थाने में सोमवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब एक प्रॉपर्टी डीलर राजेश शर्मा (55) ने खुद को आग लगाकर थाने में प्रवेश किया।

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Transport-Nagar-Police-Station

ट्रांसपोर्ट नगर थाना व इनसेट में प्रॉपर्टी डीलर राजेश शर्मा। फोटो: पत्रिका

जयपुर। राजधानी जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर थाने में सोमवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब एक प्रॉपर्टी डीलर राजेश शर्मा (55) ने खुद को आग लगाकर थाने में प्रवेश किया। पुलिसकर्मियों ने कंबल डाल आग बुझाई और उसे एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया। 55 प्रतिशत झुलसे राजेश का उपचार चल रहा है।

आत्मदाह के प्रयास का कदम उठाने के पीछे राजेश के प्रॉपर्टी व्यवसाय में साझेदार व फाइनेंसर से परेशान होना और पुलिस की ओर से रिपोर्ट दर्ज नहीं किया जाना बताया गया। परिजन के अनुसार राजेश फाइनेंसर कैलाश माहेश्वरी से परेशान था। पुलिस ने पहले उसकी शिकायत पर परिवाद दर्ज किया था। डीसीपी (ईस्ट) तेजस्वनी गौतम ने अस्पताल पहुंचकर बयान करवाए। पर्चा बयान के आधार पर दुर्गापुरा निवासी फाइनेंसर कैलाश माहेश्वरी के खिलाफ प्रताड़ना का मामला दर्ज किया गया।

मूलत: नगर हाल ट्रांसपोर्ट नगर स्थित सेठी कॉलोनी में किराए से रहने वाले राजेश ने कैलाश से 1.5 करोड़ रु. उधार लिए थे, जिन पर प्रति सैकड़ा 2.60 रु. ब्याज देना पड़ रहा था। मई-जून का ब्याज समय पर नहीं देने पर शनिवार को कैलाश राजेश के मकान पर पहुंचा और वहां उसकी पत्नी व दोनों बेटियों से अभद्रता की।

पुलिस का टरकाना गुजरा नागवार

भाई अशोक शर्मा के अनुसार राजेश शनिवार शाम ट्रांसपोर्ट नगर थाने में कैलाश के खिलाफ अभद्रता करने की रिपोर्ट दर्ज करवाने गया, लेकिन एफआइआर नहीं लिखी गई। रविवार को भी उसने सुबह व शाम को दो बार थाने जाकर शिकायत की पर कार्रवाई नहीं हुई। सोमवार सुबह भी वह थाने गया और कैलाश को गिरफ्तार करने की मांग की, लेकिन पुलिस ने जांच करने की कहकर उसे लौटा दिया। दस मिनट बाद वह लपटों में घिरा हुआ थाने में भागते हुए आया।

फिर भी मांग रहा था ब्याज

अशोक ने बताया कि राजेश प्रॉपर्टी का काम करता है और कैलाश से छोटी-मोटी रकम लेता था। लेकिन बाद में मोटी रकम लेकर अजबगढ़-भानगढ़ में जमीन खरीदी और इस जमीन में कैलाश को साझेदार बना लिया। कैलाश ने झांसे में लेकर जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी अपने नाम करवा ली और बेचकर पूरे पैसे ले गया। इसके बावजूद, कैलाश उधार दिए पैसों के बदले ब्याज के लिए दबाव बना रहा था। जबकि राजेश ने अपनी जमा पूंजी इस जमीन के डवलपमेंट में लगा दी थी। आखिरकार उसने मजबूर होकर आत्मदाह का प्रयास किया।

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हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू

सेठी कॉलोनी निवासी रवि जैन ने बताया कि राजेश शर्मा परिवार सहित तीन वर्ष से उनके यहां किराए पर रह रहे हैं। उन्होंने हर माह समय पर किराया दिया। बेटियां रोते हुए घर आईं, तब घटना का पता चला। अस्पताल में एक रिश्तेदार ने कहा कि राजेश ने कभी किसी के पैसे नहीं रखे। यहां तक कि उसने मकान भी बेच दिया था। वे तो पक्षियों को रोज गलता जाकर दाना डालते थे। सोमवार सुबह भी घर से दाना डालने निकले थे। पुलिस ने घटना के बाद कैलाश माहेश्वरी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।


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