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जनता के सहयोग से जनता के लिए रसोई

शहर को साफ रखने के साथ पेट भरने का भी जिम्मा- अब 20 से 25 हजार लोगों का खाना होगा प्रतिदिन- दोगुनी हुई निगम की जनता रसोई में भोजन बनाने की क्षमता

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जनता के सहयोग से जनता के लिए रसोई

जनता के सहयोग से जनता के लिए रसोई

जोधपुर. कोरोना महामारी के इस दौर में सभी तक भोजन पहुंचाने के लिए जनता रसोई का अनूठा नमूना शहर में पेश किया जा रहा है। शहर की सड़कों को साफ करने के साथ नगर निगम इन दिनों जरूरतमंदों का पेट भरने की जिम्मेदारी भी निभा रहा है। इस जनता रसोई में प्रतिदिन जहां पहले 10 से 15 हजार लोगों का भोजन बन रहा है, वहीं गुरुवार से 25 हजार लोगों तक भोजन दो अलग-अलग स्थानों पर तैयार होना शुरू हो गया। प्रदेश में पहला निगम है जिसने यह व्यवस्था शुरू की है।
नगर निगग परिसर के पार्र्किंग स्थल को पिछले पांच दिन से रसोड़े में बदल दिया गया है। खाना बनाने के बाद 23 से ज्यादा टीमें खाने को शहर के हर क्षेत्र में बांटने जाती है। पहले निगम ने अपने फंड से लोगों को भोजन करवाने का बीड़ा उठाया। इसके बाद शहर के भामाशाह इसमें अपना सहयोग देने के लिए जुटने लगे। निगम में अब तक 45 लाख रुपए से अधिक की मदद मिल चुकी है। निगम की ओर से गुरुवार से अदम्य चेतना संस्थान में भी जरूरतमंद लोगों के खाना बनाने की व्यवस्था शुरू की है।

कोई पैकेट बनवा कर भी उपलब्ध करवा रहा

कई लोग जहां राशि के रूप में सहायता दे रहे हैं तो वहीं कई भामाशाह भोजन के पैकेट बनाकर भी नगर निगम को उपलब्ध करवा रहा है। ये सभी पैकेट मिलाकर नगर निगम की सहायता से प्रतिदिन 20 हजार से अधिक पैकेट वितरित हो रहे हैं।

सीसीटीवी से निगरानी
इस रसोई व भंडार की निगरानी के लिए नगर निगम आयुक्त सुरेश कुमार ओला खुद सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रख रहे हैं। उन्होंने 65 ही वार्ड में वितरण के लिए टीमें व प्रभारियों की सूची भी जारी की है।

इनसे कर सकते हैं सम्पर्क

सुनील विश्नोई 7850959494, गिरीश पुरोहित 8003096181, मनीष पंडित 9571617250, यशपाल घारू 8619297667, रविन्द्र ओटवाल 8875142937, रणवीर देथा 9928077999 को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

इनका कहना है...
निगम ने एक सिस्टम बनाकर खाना तैयार करवाना व पहुंचाने की योजना बनाई। हर दिन 10 हजार से ज्यादा पैकेट बनते हैं। इसमें हाइजीन का भी ख्याल रखा जाता है। कई भामाशाह मदद के लिए आगे आए हैं।

- सुरेश कुमार ओला, आयुक्त, नगर निगम जोधपुर।