
श्रीकरणपुर स्थित कमीनपुरा में स्थापित 180 करोड़ रुपए की नई शुगर मिल शुरू से हांफने लगी है। अब मिल प्रबंधन और जिला कलक्टर ने पंजाब की धूरी, अमलौ, नारायणगढ़ व फाजिल्का से संपर्क कर श्रीगंगानगर के किसानों का गन्ना खरीद के लिए बातचीत की है। मिल प्रबंधन को पता है कि खेतों में 14 लाख क्विंटल गन्ना खड़ा है और गर्मी की वजह से गन्ना सूख रहा है। इसलिए कुछ गन्ना पंजाब की मिलों में आपूर्ति करवा दिया जाए और कुछ गन्ना नई मिल में पिराई हो जाएगा।
नई मिल में कभी बॉयलर, टरबाइन तो कभी आरो प्लांट चौक होने से मिल में बार-बार गन्ना आपूर्ति बाधित हो रहा है। सोमवार शाम तक मिल में एक लाख 70 हजार क्विंटल गन्ना पिराई हो चुका था और मिल चल रही थी। वहीं, पिछले छह दिन से पंजाब की शुगर मिल श्रीगंगानगर क्षेत्र के किसानों का गन्ना खरीद नहीं कर रही है। पहले धूरी और अमलौ की शुगर मिल में गन्ना आपूर्ति किया जा रहा था। इस बीच पंजाब के मिल प्रबंधन ने 16 फरवरी से गन्ना खरीद करने से मना कर दिया। अब पंजाब के मिल प्रबंधन से किसानों की बातचीत चल रही है। उल्लेखनीय है कि आधुनिक शुगर मिल ने 15 जनवरी 2016 से गन्ना पिराई शुरू किया था। मिल के पहले दिन से ही तकनीकी दिक्कत आने लगी है। इस कारण गन्ना पिराई बहुत कम हुआ है।
पहले हमारा
गन्ना खरीदो
पंजाब की शुगर मिल छह दिन से किसानों का गन्ना नहीं खरीद रही है। पंजाब के किसानों ने विरोध करना शुरू कर दिया था। पंजाब के किसानों का तर्क है कि पहले पंजाब के किसानों का गन्ना पिराई किया जाए। इसके बाद राजस्थान के किसानों का गन्ना लिया जाए। मिल में दो दिन के लिए क्लीनिक ली गई है। इसके बाद अभी तक गन्ना लेना शुरू नहीं किया है।
एक क्विंटल गन्ना पर 135 रुपए
पंजाब की शुगर मिलों में गन्ने का भाव 295 रुपए प्रति क्विंटल है। इसमें पंजाब सरकार किसानों को 50 रुपए प्रति क्विंटल बोनस दे रही है। राजस्थान के किसानों को 50 रुपए बोनस नहीं दिया जा रहा है। किसानों को प्रति क्विंटल 70 रुपए किराया और 40 रुपए लेबर खर्चा वहन करना पड़ रहा है। पंजाब के किसानों को 245 रुपए प्रति क्विंटल भाव मिल रहा है। अब किसान को 135 रुपए प्रति क्विंटल ही मिल रहा है।
किसान कहां जाएं?
इस सीजन में 13 लाख 200 बीघा क्षेत्र में गन्ना की फसल है और 20 लाख 50 हजार क्विंटल गन्ना उत्पादन हुआ है। मिल प्रबंधन ने 1 लाख 65 हजार क्विंटल गन्ना पिराई किया है और 70 हजार क्विंटल गन्ना पंजाब की मिलों में आपूर्ति किया गया है। तीन-चार लाख क्विंटल गन्ना कोल्हू और बीज में लग जाएगा। इसके अलावा 14 लाख क्विंटल गन्ना खेतों में खड़ा सूख रहा है। इन दिनों तापमान 26 डिसे.से अधिक चल रहा है। इस कारण गन्ना की गुणवत्ता प्रतिदिन गिर रही है।
इलाके का किसान टूट चुका है। पंजाब गन्ना ले नहीं रहा है और यहां की मिल में बहुत कम गन्ना पिराई हुआ है। किसान की पीड़ा कोई सुन नहीं रहा है। इलाके के गन्ना उत्पादक किसानों से अन्याय हो रहा है।
करतार सिंह, अध्यक्ष, किसान गन्ना उत्पादक प्रबंध समिति।
शुगर मिल में गन्ना पिराई चल रही है। कोई किसान जल्दी खेत खाली करना चाहता है और गन्ना पंजाब ले जाना चाहता है तो पांच शुगर मिल प्रबंधन से चर्चा कर किसानों का गन्ना लेने के लिए आग्रह किया है।
अरुण गर्ग, जीएम, शुगर मिल,श्रीगंगानगर।
Published on:
23 Feb 2016 04:24 pm
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