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झोलाछाप डॉक्टर के इलाज ने ली थी तीन मासूमों की जान

अपनी तरह का पहला मामला, पुलिस आपराधिक मानव वध के मामले में झोलाछाप चिकित्सक को किया गिरफ्तार

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झोलाछाप डॉक्टर के इलाज ने ली थी तीन मासूमों की जान

झोलाछाप डॉक्टर के इलाज ने ली थी तीन मासूमों की जान

जयपुर.प्रतापगढ़ में डेढ़ माह पहले एक ही परिवार के तीन मासूम बच्चों की मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। बच्चों को बुखार होने पर झोलाछाप डॉक्टर ने उन्हें दवा दी थी। यह खुलासा होने के बाद पुलिस ने आपराधिक मानव वध का मामला दर्ज कर आरोपी झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले की पड़ताल में राज्य और केन्द्र सरकार की टीमें जुटी हुई थी। पहले यह मामला इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट के तहत दर्ज किया गया था। खुलासे के बाद इसमें आपराधिक मानव वध की धारा जोड़ी गई है।

पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि देवगढ़ क्षेत्र के धावड़ा गांव में तीन बच्चों की मौत नवम्बर में हुई थी। एक बच्चे ने 19 नवम्बर तो दूसरे ने 20 को दम तोड़ दिया था। एक बच्चे की उम्र एक साल, दूसरे की छह साल तथा तीसरे की 12 साल थी। बच्चों की मौत के बाद परिवार ने उनके शव दफना दिए थे। इसके बाद परिवार का चौथा बच्चा भी बीमार हुआ तो परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जिसके बाद मामले की जानकारी सरकारी टीम को लगी। चिकित्सा विभाग की टीम ने पड़ताल की, लेकिन ठोस साक्ष्य न मिले। तीन बच्चों की मृत्यु की सूचना पर सीएमएचओ ने स्टेट नोडल आफिसर आईडीएसपी (इन्टीग्रेटेड डिसीज सर्विलेंस प्रोग्राम) को रिपोर्ट पेश की। नोडल आफिसर के नेतृत्व में राजस्थान के 2 ईआईएस आफिसर (एपीडीयोमियोजिस्ट इन्वेस्टीगेशन आफिसर) के नेतृत्व में एनसीडीसी (नेशनल सेन्टर फाॅर डिसीज कन्ट्राेल ) दिल्ली की संयुक्त टीम गांव में पहुंची। कमेटी की जांच में सामने आया कि बच्चों को मलेरिया था। जबकि बच्चों को इलाज किसी चिकित्सक के बजाय झोलाछाप ने किया, जिससे उनकी मौत हो गई। उनकी बहन काली को अस्पताल ले जाया गया, जो स्वस्थ है।

इसके बाद पुलिस ने चिकित्सक की तलाश शुरू की लेकिन परिजन उसे जानते नहीं थे। वे उसका नाम भी नहीं बता सके।
इस बीच चार जनवरी को सीएमएचओ की टीम ने कुछ झोलाछाप डॉक्टरों के यहां छापे मारे। इसमें एक झोलाछाप चतरा राम (35) का नाम सामने आया। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो सामने आया कि उसने बच्चों को दवा दी थी। उसने न बीमारी का पता था न ही उसे दवा देने का कोई लाइसेंस है। यह जानकारी सामने आने के बाद एसपी अमित कुमार ने जांच के लिए एसआईटी गठित की। मामले में आपराधिक मानव वध का मामला दर्ज कर चतरा राम को हिरासत में लिया है। उस पर आपराधिक मानव वध का आरोप माना है।