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राजस्थानः बारिश थमी तो दिखा तबाही का मंजर, सेना और एसडीआरएफ ने संभाला मोर्चा

बारिश थमने के साथ ही कोटा व झालावाड़ में बाढ़ से मची तबाही का मंजर दिखा। वहीं सेना और एसडीआरएफ ने मोर्चा संभाल लिया।

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rain in kota division rajasthan weather forecast today 07 august 2021

जयपुर। हाड़ौती अंचल में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश शनिवार को थम गई। हालांकि दिनभर बादल छाए रहे। उफान पर चल रही नदियों का पानी भी उतार पर आ गया। बारिश थमने के साथ ही कोटा व झालावाड़ में बाढ़ से मची तबाही का मंजर दिखा। वहीं सेना और एसडीआरएफ ने मोर्चा संभाल लिया।

झालावाड़ जिले के भीमसागर बांध से छोड़ गए पानी से सांगोद में उजाड़ नदी में आए पानी ने शुक्रवार रात विकराल रूप दिखाया। साठ वर्षों के रेकॉर्ड तोड़ते हुए पानी शहर के उंचाई वाले स्थानों तक पहुंच गया। निचली बस्तियां डूब गई। आधा दर्जन मोहल्लों को छोड़कर पूरा कस्बा पानी में घिर गया। लोग खेतों में बने मकानों में फंस गए। रेस्क्यू के लिए सेना और एसडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाला और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा।

दुकानों में भरा सामान पानी की चपेट में आने से भारी नुकसान हुआ। खेतों में फसलें पूरी तरह चौपट हो गई। राजमार्ग, पुलिया और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई। इससे आवागमन में लोगों को भारी परेशानी हो रही है। झालावाड़ जिले में 60 से अधिक कच्चे-पक्के मकान धराशायी हो गए। रूपली नदी का पानी उतार पर आने से खानपुर में बाढ़ से राहत मिली। हालांकि खानपुर अभी भी पानी से घिरा हुआ है। भीमसागर बांध के गेट बंद कर दिए गए हैं। वहीं, शुक्रवार को स्टेट हाईवे 89 पर पानी भरने के कारण बंद हुआ कोटा-भोपाल मार्ग शनिवार सुबह चालू हो गया है।

उफनते नाले में चार बच्चों सहित 14 लोग फंसे
कोटा में चेचट क्षेत्र से सटे मध्यप्रदेश के जंगल में खणी के समीप स्थित कणकेश्वर महादेव मन्दिर में शुक्रवार को पिकनिक मनाने गए कोटा के आंवली रोजड़ी निवासी चैनराम पांचाल के परिवार के चार बच्चे सहित 14 जने उफनते नालों के बीच फंस गए। पुलिस, एसडीआरएफ की टीम ने मध्य रात में पांच घंटे रेस्क्यू के बाद इन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।

थानाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद मीणा ने बताया कि कोटा के आंवली रोजड़ी निवासी चैनराम पांचाल के परिवार की महिलाओं, बच्चों सहित 25 सदस्य विभिन्न साधनों से खणी के जंगल स्थित कणकेश्वर महादेव मन्दिर में पिकनिक मनाने गए थे। मन्दिर के पूर्व दो नाले में से एक में इनका टेम्पो फंस गया। कुछ सदस्यों व महिलाओं को मन्दिर भेज दिया। करीब चार बच्चों सहित 14 सदस्य नाले के किनारे रुके रहे। लगातार बारिश के कारण नालों में पानी की आवक बढऩे लगी तो दोनों नाले उफ न गए।

रुके हुए सदस्य दोनों उफ नते नालों के बीच फं स गए। जब शाम ढल गई तो उन्होंने समीप के गांव ब्रह्मा का छापर से ट्रैक्टर-ट्रॉली बुलवाकर निकलने की कोशिश की। सदस्यों को निकालने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली नाले में डाली तो ट्रैक्टर-ट्रॉली बहाव के कारण पलटकर बहने लगी, जिसे ग्रामीणों ने रस्से से बांधकर रोका।

बाद में रात नौ बजे राहत के लिए जयपुर सूचना दी। रात 12 बजे कंट्रोल रूम से कणकेश्वर महादेव मन्दिर के पास जंगल में कुछ लोग फंसे होने की सूचना मिली। ऑपरेशन के दौरान जेसीबी व ट्रैक्टर-ट्रॉली की सहायता से पांच घंटे की मशक्कत के बाद सभी को सुरक्षित निकालकर मन्दिर पर पहुंचा दिया। रेस्क्यू ऑपरेशन अलसुबह 5 बजे तक चला।

सांगोद में सेना से संभाला मोर्चा, 141 जने किए रेस्क्यू
उजाड़ नदी की बाढ़ के विकराल रूप धारण करने के बाद सांगोद कस्बे में पानी भर गया। इससे कई कॉलोनियां और बस्तियां जलमग्न हो गई। वहीं दो गांव टापू बन गए। हींगी आवासीय स्कूल में भी पानी भर गया और उसका स्तर बढ़ता चला गया। इससे यहां मौजूद शिक्षक और कुछ छोटे बच्चों सहित करीब 32 जने स्कूल की छत पर कैद होकर रह गए। सूचना पर जिला कलक्टर उज्ज्वल राठौड़ और पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी सहित अन्य अधिकारी वहां पहुंचे। एसडीआरफ का दल भी उनके साथ था, लेकिन काफी प्रयास के बाद एसडीआरएफ की टीम आवासीय स्कूल तक नहीं पहुंच पाई। उसके बाद सेना बुलाई गई। सेना रात में सांगोद पहुंची, लेकिन आवासीय विद्यालय में फंसे लोगों का रेस्क्यू नहीं हो पाया। सेना ने रात करीब 12 बजे से सांगोद में अलग-अलग जगह पानी में फंसे लोगों को रेस्क्यू करना शुरू किया। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिसकर्मियों ने मिलकर करीब 141 लोगों को रेस्क्यू किया। सुबह 8.30 बजे खानपुर के रास्ते से आई एसडीआरएफ की टीम ने हींगी के आवासीय विद्यालय में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए ऑपरेशन शुरू किया और सुबह 11 बजे तक सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया। इस दौरान संभागीय आयुक्त के.सी. मीना और आईजी रविदत्त गौड़ भी यहां रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे।

नौ अगस्त से खुल जाएगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार नौ अगस्त से मौसम खुल जाएगा। इस दौरान तापमान में बढोतरी होगी। 10 अगस्त तक पूर्वी राजस्थान के कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी तो पश्चिमी राजस्थान में छुटपुट स्थानों पर हल्के से मध्यम बारिश होने की संभावना है। 20 अगस्त के आसपास राज्य में बारिश की गतिविधियों में फिर से बढ़ोतरी होने की संभावना है।