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बस्ती में नहीं जले चूल्हे: हादसे में पत्नी, दोनों बेटे, बहू और पोती-पोता नहीं रहे, घटना को याद कर बार-बार बेहोश हो जाता है हनीफ

Dudu Accident: राजस्थान के अजमेर जिले में दूदू के निकट गुरुवार को हुए भीषण हादसे में कस्बे के 7 लोगों की मौत होने के बाद दूसरे दिन भी कस्बे में गमगीन माहौल रहा। वहीं इस दौरान ग्रामीण व जनप्रतिनिधि पीड़ित के घर उसे सांत्वना देने पहुंचे।

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Dudu Accident: राजस्थान के अजमेर जिले में दूदू के निकट गुरुवार को हुए भीषण हादसे में कस्बे के 7 लोगों की मौत होने के बाद दूसरे दिन शुक्रवार को भी कस्बे में गमगीन माहौल रहा। वहीं इस दौरान ग्रामीण व जनप्रतिनिधि पीड़ित के घर उसे सांत्वना देने पहुंचे।

इधर, एसएमएस अस्पताल में भर्ती दो वर्षीय बालक को छुट्टी दे दी गई है, अब उसकी तबीयत में सुधार है। वहीं हादसे के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पिता हनीफ घटना को याद कर बार-बार बेहोश हो जाता है। उसे दिन में कई बार अस्पताल ले जाना पड़ा।

छोटी सी हलचल पर भी परिवार के लोगों की आने की उम्मीद में उठकर भागने लगता है। हनीफ को परिजनों व रिश्तेदारों ने घेरकर एवं पकड़कर बैठा रखा है। जैसे ही गली मोहल्ले में किसी वाहन की आवाज आती है या थोड़ी सी हलचल होती है तो हनीफ बदहवास सा आवाज की दिशा में दौड़ पड़ता है।

आंसू नहीं रोक पा रहे परिजन:
पीड़ित परिवार के पड़ोस में रहने वाले भतीजे सलमान खान ने बताया कि जैसे ही रिश्तेदारों में से कोई भी परिवार से मिलने आता है तो वह भी अपने आंसू नहीं रोक पाता। परिजन आंसू नहीं रोक पा रहे हैं। पूरे मोहल्ले में कल दोपहर के बाद खाना नहीं बना है पूरे मोहल्ले के छोटे-छोटे बच्चे भी कल से खाना नहीं खा पा रहे हैं।

जहां बच्चों की किलकारियां गूंजती थी वहां आज मातम पसरा है। मोहल्ले में कई छोटे-छोटे बच्चे हैं जो आपस में एक दूसरे के परिवार के बच्चों के साथ सुबह से शाम तक खूब किलकारियां करते हुए खेलते थे आज वहां पर मातम छाया हुआ है। पड़ोस के परिवारों की औरतों का रो-रोकर हाल बुरा हो रहा है। गली में सन्नाटा पसरा हुआ है।

जनप्रतिनिधि पहुंचे ढाढ़स बंधाने:
हादसे के बाद दूसरे दिन पूर्व विधायक प्रेमचंद बैरवा परिवार से मिलने पहुंचे एवं ढांढस बंधाया और सरकार से उचित मदद दिलवाने के लिए भरपूर सहयोग करने का आश्वासन दिया। पूर्व फागी प्रधान सुकुमार झंडा, महावीर प्रसाद जैन भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे एवं मदद का भरोसा दिया। फागी सरपंच ओमप्रकाश शर्मा ने भी मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी और राज्य सरकार से मांग की है कि परिवार में एक-एक जने को सरकारी नौकरी दी जाए एवं मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए।

दुकान पर ही गश खाकर गिर गया हनीफ:

फागी के जामा मस्जिद के पास रहने वाला हनीफ हादसे के बाद सदमे में है। हादसे में उसकी पत्नी, दोनों बेटों के साथ ही बहू, एक पोता व पोती की मौत की खबर से वह दुकान पर ही गश खाकर गिर गया। अब परिवार में हनीफ के अलावा उसका एक पांच साल को पोता अरमान बचा है। जिसका एसएमएस अस्पताल में उपचार चल रहा है। हनीफ फागी के बाजार में एक दुकान पर लोहे के बक्सा बनाने का काम करता है। उसके परिवार की आर्थिक हालत भी ठीक नहीं है।

गूंजती थी किलकारियां अब वीरानी:
फागी निवासी हनीफ का यह मकान पत्नी, दो बेटों, बहू व तीन पोते-पोतियों के साथ आबाद था। गुरुवार सुबह उसने पूरे परिवार के लोगों को जियारत करने के लिए विदा किया लेकिन उसे पता नहीं था कि शाम को पूरे परिवार को सुपुर्द-ए-खाक करना पड़ेगा। शाम को जब सभी मृतकों के शव फागी पहुंचे तो परिवार के मुखिया हनीफ बेसुध हो गया। जिस मकान में उसके पोते-पोती की किलकारियां गूंजती थी वहीं अब वीरानी छाई रही। मोहल्ले में रहने वाला हर कोई उसे ढांढस बंधाता नजर आया।