
Rajasthan News : पुरातत्व विभाग अल्बर्ट हॉल को लखनऊ स्टेट म्यूजियम की तर्ज पर विकसित करने की तैयारी में जुटा है। सब कुछ ठीक रहता है तो चार महीने बाद अल्बर्ट हॉल में विभिन्न गैलरियों में रखीं 16 हजार पुरामहत्व की वस्तुओं को एक ही जगह वर्चुअल टूर के जरिए 360 डिग्री कैप्चर टेक्नोलॉजी से देख सकेंगे। अल्बर्ट हॉल को हाईटेक करने की दिशा में वर्चुअल टूर के साथ ही इसे डिजिटल करने की भी तैयारी है। सभी गैलरियों में रखीं पुरामहत्व की वस्तुओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा। मोबाइल से स्कैन करते ही पुरामहत्व की वस्तु से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी पर्यटक के मोबाइल पर आएगी। गैलरियों में डिजिटल डिस्पले बोर्ड भी लगाए जाएंगे। पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के अनुसार अल्बर्ट हॉल म्यूजियम के डिजिटलाइजेशन का फायदा यहां आने वाले स्टूडेंट्स को मिलेगा। उनके लिए वर्चुअल और डिजिटल मोड पर अलबर्ट हॉल को देखना किसी रोमांच से कम नहीं होगा।
अल्बर्ट हॉल को नई टेक्नोलॉजी से अपडेट करने वाली कंसलटेंट फर्म अल्बर्ट हॉल का दौरा कर पुरा वस्तुओं का जायजा ले चुकी है और डीपीआर बनाई जा रही है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 4 से 5 करोड़ रुपए खर्च होने की बात सामने आ रही है। इस महीने के अंत तक फर्म डीपीआर को विभाग के आला अधिकारियों को सौंपेगी।
1- 16 हजार पुरामहत्व की वस्तुएं।
2- 17 गैलरियों में रखी हैं पुरासामग्री।
3- 14वीं से 19वीं शताब्दी की पेंटिंग्स भी मौजूद।
4- मिस्र की एक ममी भी यहां रखी हुई।
Updated on:
08 Feb 2025 10:24 am
Published on:
08 Feb 2025 10:20 am
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