मुख्यमंत्री गहलोत सोमवार को विधानसभा में राजस्थान विनियोग वित्त विधेयक पर चर्चा का जवाब दे रहे थे। उन्होंने सबसे पहले अच्छी बारिश की सभी को बधाई दी और कहा कि इंद्रदेव की बड़ी कृपा हुई, फिर विपक्ष को निशाने पर लिया और कहा कि इंद्रदेव का नाम तो ले सकता हूं न। उन पर तो आपका कब्जा नहीं रहा। जयश्रीराम, महात्मा गांधी और सरदार पटेल पर तो आपने कब्जा कर लिया है। जयश्रीराम बोलने को लेकर कहा कि मन से कोई बोले तो अच्छी बात है। लेकिन जयश्रीराम को लेकर हम लोग इस प्रकार का माहौल बनाएं कि जबरदस्ती बोलना पड़ेगा, तो देश कहां जाएगा। देश में संघीय ढांचा है। जनता माई-बाप होती है। एक बार चुन लेती है तो हम सभी का दायित्व होता है कि देशहित और जनकल्याण के काम करें। लेकिन आज जो माहौल बना है, वो चिंताजनक है।
यह भी बोले मुख्यमंत्री: केंद्र सरकार पर किए जमकर कटाक्ष जीत की खुशियां क्यों नहीं देश में भय का माहौल है। देश में दो लोग राज कर रहे हैं। ऐसा कभी लोकतंत्र में नहीं होता। भारी बहुमत और एकतरफा जीते। लेकिन चुनाव जीतने के बाद जो चेहरे खिलने चाहिए थे, जो खुशियां मनानी चाहिए थी, देश के अंदर। 25 की 25 सीटें जीती, लेकिन खुशियां मना क्यों नहीं पा रहे। किस अपराध बोध से ग्रसित हैं, देशवासी और भाजपा के भाजपा के लोग जो खुशियां नहीं मना पा रहे। यह जांच का विषय है।
केंद्र ने की कटौती उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य को मिलने वाले पैसे में केन्द्र ने कटौती कर दी है। टैक्स का राज्य के हिस्से का पूरा पैसा नहीं मिल रहा। जो 1 तारीख को पैसा मिलना चाहिए वो समय पर नहीं मिल रहा। चुनाव जीतने के लिए पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने अंतिम समय में 9 हजार करोड़ की घोषणाएं कर दी, जबकि 50 हजार करोड़ के बिल भुगतान अटके पड़े थे। ठेकेदारों का पेमेंट रुक गए। राज्य में वित्तीय संकट हमेशा रहा है, कर्जा लिया जाता है, लेकिन जिस रूप में गत सरकार ने खर्च किया, अनुशासन की धज्जियां उड़ाई, वो चिंता का विषय होना चाहिए।
हम लाएंगे पटरी पर गाड़ी भाजपा की सरकार ने नोटबंदी (
note bandi ) व अन्य कारणों से गाड़ी को पटरी से उतार दी। लेकिन अब हम कई कदम उठाकर गाड़ी को पटरी पर लाएंगे। राज्य की पूर्ववर्ती कांग्रेस ने ही शिक्षा के ढांचे को बढ़ाया। पहले गांव में शिक्षक और चिकित्सक जाते नहीं थे। 23 हजार राजीव गांधी स्वर्ण जयंती पाठशालाएं खोली गई। देश में मनमोहन सिंह (
Manmohan Singh ) की सरकार ने 72 हजार करोड़ के कर्ज माफ किए थे। अब राज्य सरकार ने कर्जे माफ किए हैं। किसान कल्याण कोष में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। सामाजिक क्षेत्र में 15 फीसदी, आर्थिक क्षेत्र में 1456 करोड़, कृषि क्षेत्र में 15 फीसदी अधिक पैसे का प्रावधान किया गया है। पेंशन में बढ़ोत्तरी सहित लगभग सभी मदों में ज्यादा राशि रखी गई है। गौशालाओं को 9 माह अनुदान देंगे।