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राजस्थान चुनाव 2023: बागियों से लड़ रहे, मगर भितरघात की सता रही चिंता

बागियों के कारण कई सीटों पर समीकरण बिगड़ने की आशंका से चिंतित भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों को भितरघात का भी डर सता रहा है।

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जयपुर

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Nupur Sharma

Nov 18, 2023

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भवनेश गुप्ता
Rajasthan Assembly Election 2023 : बागियों के कारण कई सीटों पर समीकरण बिगड़ने की आशंका से चिंतित भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों को भितरघात का भी डर सता रहा है। इनमें ऐसे नेता, कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने सीधे तौर पर तो बगावत नहीं की, लेकिन अंदरखाने बागी या दूसरी पार्टी के प्रत्याशी की नैया पार लगाने में जुटे हैं। ऐसी कई सीटें हैं, जहां पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों से कार्यकर्ता और दूसरे दावेदारों में नाराजगी है।

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ऐसे दावेदार अपने चहेते कार्यकर्ताओं के जरिए नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इनमें जयपुर के आदर्श नगर, सिविल लाइंस, हवामहल, सांगानेर के अलावा अजमेर उत्तर, बूंदी, उनियारा देवली, सवाईमाधोपुर, चौहटन, किशनगढ़, अलवर शहर, बानसूर, भीलवाड़ा, उदयपुर सहित अन्य कई सीटें शामिल हैं। दोनों ही दल ऐसे सभी सीट पर निगाह बनाए हुए हैं।

पार्टियों ने सिपहसालारों को सौंपा जिम्मा
पदाधिकारियों का कहना है, बागियों से आमने-सामने की टक्कर है, लेकिन भितरघात करने वालों से ज्यादा दिक्कत है। इनका पता लगाने के लिए भाजपा ने जहां मंडल टीम को सक्रिय किया है, वहीं कांग्रेस ने विधानसभवार सिपहसालार कार्यकर्ताओं को जिम्मा सौंपा है। ऐसे भितरघातियों पर पार्टी एक्शन लेगी। हालांकि कोई भी पार्टी चुनाव से पहले रिस्क नहीं लेना चाहती। इससे दूसरे कार्यकर्ताओं के नाराज होने का खतरा बना रहेगा।

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सूचियां तैयार, भेजी जा रही प्रदेश नेतृत्व को
जानकारी के अनुसार भाजपा और कांग्रेस विधानसभावार ऐसी सूचियां तैयार कर रही हैं, जहां कार्यकर्ता भितरघात कर सकते हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल भितरघात करने वालों के नाम लिख उनकी मॉनिटरिंग करवा रही है। इसके अलावा प्रत्याशियों से भी इस तरह का फीडबैक लिया जा रहा है। यह भी देखा जा रहा है कि कौनसा बड़ा नेता भितरघात में ज्यादा नुकसान कर सकता है। ऐसे नेताओं से बातचीत भी शुरू कर दी गई है।