
जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहे सियासी घमासान में अब बीजेपी की भी एंट्री हो गई है। बीते माह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में इस्तीफा देने वाले 92 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करने की मांग को लेकर अब प्रदेश भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल आज विधानसभा स्पीकर सीपी जोशीसे मुलाकात करेगा और इस्तीफे स्वीकार करने की मांग करेगा। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के नेतृत्व मे बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को विधानसभा जाकर विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से मुलाकात करेगा।
प्रतिनिधिमंडल में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, भाजपा विधायक रामलाल शर्मा, वासुदेव देवनानी , कालीचरण सराफ, सहित कई अन्य नेता भी विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से मुलाकात करेंगे और विधायकों के इस्तीफा पर फैसला लेने की मांग करेंगे। दरअसल भाजपा नेताओं का कहना विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को विधायकों के इस्तीफे पर फैसला लेना चाहिए या तो इसे स्वीकार किया जाए या फिर नहीं किया जाएं।
अब तक बयान बाजी ही कर रहे थे बीजेपी के नेता
दरअसल कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे को लेकर बीजेपी विधायक अभी तक केवल बयानबाजी करके ही स्पीकर सीपी जोशी से इस्तीफा स्वीकार करने की मांग कर रहे थे लेकिन अब करीब 20 दिन के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के नेतृत्व में आज इस मामले को लेकर सीपी जोशी से मुलाकात करेंगे।
स्पीकर सीपी जोशी पर उठा चुके हैं सवाल
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, भाजपा विधायक रामलाल शर्मा सहित कई अन्य नेता विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर चुके हैं और यहां तक कह चुके हैं कि विधानसभा स्पीकर को तुरंत इस्तीफा स्वीकार करने चाहिए। इस्तीफे स्वीकार नहीं कर के विधानसभा स्पीकर से कांग्रेस को लाभ देने का काम कर रहे हैं।
राज्यपाल से भी करेंगे मुलाकात
बताया जा रहा है कि विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से मुलाकात कर इस्तीफे स्वीकार करने की मांग के बाद भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही राज्यपाल कलराज मिश्र से भी मुलाकात करेगा और विधायकों के इस्तीफे के चलते आए संवैधानिक संकट दूर करने की मांग करेगा।
25 सितंबर को दिए थे कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा
दरअसल कांग्रेस में मुख्यमंत्री बदलने की चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन और पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खरगे ने 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई थी लेकिन गहलोत गुट के विधायकों ने समानांतर बैठक बुलाई थी और कांग्रेस की अधिकारिक विधायक दल की बैठक का बहिष्कार किया था और समानांतर बैठक करने के बाद गहलोत गुट के 92 विधायकों ने विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी के आवास पर जाकर हुए अपने इस्तीफे सौंप दिए थे।
समानांतर बैठक बुलाए जाने से नाराज होकर पार्टी आलाकमान ने भी संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल, मुख्य सचेतक महेश जोशी और मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले धर्मेंद्र राठौड़ को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
वीडियो देखेंः- Ram Lal Sharma ने Gehlot सरकार पर साधा निशाना
Published on:
18 Oct 2022 10:17 am
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