
Rajasthan By Election 2024: भारतीय जतना पार्टी ने 23 नवंबर को राजस्थान में होने वाले उपचुनाव के लिए 7 सीटों में से 6 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। भाजपा की इस लिस्ट में एक सीट ऐसी भी है जहां 6 साल के लिए पार्टी से 'निष्कासित' हुए चेहरे पर दांव खेला गया है। वहीं दौसा में बीजेपी ने इस बार मीणा चेहरे पर दांव खेला है।
दरअसल, भाजपा ने अपनी पहली लिस्ट में दौसा, रामगढ़, सलूंबर, झुंझुनूं, खींवसर और देवली-उनियारा से प्रत्याशी घोषित किए हैं। वहीं वागड़ की चौरासी सीट पर अभी उम्मीदवार नहीं उतारा गया है।
इस लिस्ट में सबसे चर्चित सीट दौसा से किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा को टिकट मिली है।
रामगढ़ से पिछली बार भाजपा के बागी रहे सुखवंत सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है।
सलूंबर से दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी मीणा को मैदान में उतारा है।
झुंझुनूं से पिछली बार निर्दलीय लड़े राजेन्द्र भांबू पर भरोसा जताया है।
खींवसर से पिछले चुनावों में बीजेपी के टिकट पर हारे रेवंतराम डांगा पर फिर से दांव खेला है।
देवली-उनियारा से आरएसएस की पृष्ठभूमि से आने वाले राजेन्द्र गुर्जर को उम्मीदवार बनाया गया है।
मालूम हो कि भाजपा ने इस बार रामगढ़ से पिछली बार के बागी और 6 साल के लिए पार्टी से 'निष्कासित' हुए चेहरे पर दांव खेला है। रामगढ़ सीट ध्रुवीकरण के लिहाज से सबसे हॉट सीट मानी जाती है। 2023 के चुनावों में सुखवंत सिंह ने भाजपा से बगावत कर चंद्रशेखर रावण की पार्टी आजाद समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ा था और 73732 वोट लेकर दूसरे नंबर पर रहे थे।
इसके बाद भाजपा ने बागी चुनाव लड़ने की वजह से सुखवंत सिंह को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था। फिर लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के प्रत्याशी भूपेंद्र यादव ने उनकी वापसी करवाई थी।
बता दें कि 2019 में रामगढ़ सीट पर हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सुखवंत सिंह पर भरोसा जताया था। मगर वे साफिया जुबैर खान से महज 12288 वोटों से हार गए थे। इससे पहले सुखवंत सिंह लक्ष्मणगढ़ पंचायत समिति के प्रधान भी रहे हैं।
परिवारवाद को लेकर विपक्ष पर हावी रहने वाली बीजेपी ने इस बार मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा को टिकट दिया है। जबकि किरोड़ी लाल के भतीजे राजेंद्र मीणा भी महुआ से बीजेपी के विधायक हैं। जगमोहन मीणा को टिकट देकर किरोड़ी लाल मीणा फैक्टर को साधने का प्रयास किया गया है। वहीं किरोड़ी लाल की नाराजगी भी दूर होने के संकेत मिल रहे हैं।
इसके अलावा दौसा से बीजेपी ने लगातार तीन बार ब्राह्मण चेहरे पर भरोसा जताया है। 2013, 2018 और 2023 के चुनावों में बीजेपी ने शंकरलाल शर्मा पर दांव खेला था। लेकिन इस बार मीणा चेहरे पर भरोसा जताकर एक तीर से कई निशाने साधे हैं। क्योंकि उधर कांग्रेस दौसा से लगातार मीणा चेहरे को टिकट देती आई है। इसलिए बीजेपी ने इस बार मीणा चेहरे पर दांव खेलकर कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है।
गौरतलब है कि 13 नवंबर को राजस्थान की 7 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। प्रदेश की रामगढ़ (अलवर), दौसा, झुंझुनूं और देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी और सलूंबर सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। 2023 के विधानसभा चुनाव के परिणामों में इनमें से भाजपा के पास केवल 1 सीट थी, वहीं कांग्रेस के पास 4 सीटें थी। इसके अलावा एक सीट बाप और एक सीट RLP के पास थी।
Updated on:
19 Oct 2024 10:13 pm
Published on:
19 Oct 2024 10:10 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
