
राजस्थान में विधानसभा चुनाव परिणाम आने के साथ ही अब 16वीं विधानसभा के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने सोमवार को 15वीं विधानसभा भंग करने की अधिसूचना जारी कर औपचारिकता पूरी कर ली। ऐसे में अब राज्यपाल जल्द ही नई गठित विधानसभा का पहला सत्र आहूत करेंगे। नई विधानसभा का सदन पूरी तरह से बदला-बदला नज़र आएगा। पिछले पांच साल तक सत्ता में बैठी कांग्रेस अब विपक्ष की भूमिका में होगी, जबकि भाजपा विधायक दल सत्तापक्ष का सुख भोगेगा।
वहीं इस नई विधानसभा के सदन में सबसे बुज़ुर्ग विधायक के तौर पर इस बार 83 वर्षीय विधायक दीपचंद खेरिया होंगे। अलवर की किशनगढ़बास विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंच रहे विधायक दीपचंद खैरिया को कांग्रेस पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया था।
इस चुनाव में खैरिया ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी रहे भाजपा के रामहेत यादव को 10 हज़ार से भी ज़्यादा वोटों से शिकस्त दी है। दीपचंद को जहां 91 हज़ार 916 वोट मिले वहीं भाजपा के रामहेत यादव को 81 हज़ार 420 वोट मिले। दीपचंद का वोटिंग प्रतिशत 42.48 प्रतिशत रामहेत यादव का वोट प्रतिशत 40.29 प्रतिशत ही रहा।
जीत के बाद दी प्रतिक्रिया में खैरिया ने कहा कि अगले 5 साल तक अब जनता की सेवा करना है। साथ ही क्षेत्र की पेयजल, सीवरेज, सड़क सहित खैरतल को जिला बनवाना भी प्राथमिकता में है। ऐसे कई मुद्दों को लेकर हम संघर्षरत रहे जो जीत का आधार बने हैं।
खैरिया ने 'पत्रिका' से बातचीत में वचन देते हुए कहा कि क्षेत्र के लोगों को प्यार और सम्मान मिल सके, ऐसा प्रयास रहेगा। विनम्रता के साथ काम करके दिखाऊंगा। उधर, हारने वाले भाजपा के प्रत्याशी रामहेत यादव ने कहा कि हार के कारणों का विश्लेषण करेंगे। कहां-क्या कमी रही, समीक्षा की जाएगी। क्षेत्र की जनता से कोई शिकायत नहीं है, जन आधार का सम्मान करुंगा।
गौरतलब है कि खैरिया 83 वर्ष के हैं। उन्होंने पिछला चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ा और बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
Published on:
05 Dec 2023 02:46 pm
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