
फोटो- प्रतीकात्मक तस्वीर
Rajasthan police: जयपुर। राजस्थान पुलिस की पारदर्शी और निष्पक्ष फ्री-रजिस्ट्रेशन नीति का सीधा असर अब अपराध नियंत्रण और शिकायत निस्तारण पर साफ दिखाई देने लगा है। पुलिस मुख्यालय से जारी ताज़ा आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि पिछले दो वर्षों से प्रदेश में न केवल समग्र अपराधों में गिरावट दर्ज की जा रही है, बल्कि न्यायालयों से इस्तगासों के माध्यम से दर्ज होने वाले मामलों की संख्या में भी उल्लेखनीय कमी आई है।
पुलिस मुख्यालय की अपराध शाखा के अनुसार वर्ष 2023 में सीआरपीसी 156 (3) के तहत 39,634 प्रकरण इस्तगासों से दर्ज किए गए थे। वर्ष 2024 में यह संख्या घटकर 37,794 हो गई। इसी तरह अगस्त 2025 तक यह और घटकर 24,046 पर पहुंच गई। इस प्रकार 2023 से 2024 में 982 और 2024 से 2025 में 2,572 कम प्रकरण अदालतों के माध्यम से दर्ज हुए। कुल मिलाकर यह कमी 9.67 प्रतिशत तक रही।
सिर्फ इस्तगासों में ही नहीं बल्कि अपराधों के कुल ग्राफ में भी गिरावट दर्ज की गई है। अगस्त 2023 तक 1,63,470 मुकदमे दर्ज हुए थे, जबकि अगस्त 2025 तक यह संख्या घटकर 1,31,671 रह गई। यानी दो वर्षों में 31,799 मुकदमे कम दर्ज हुए। प्रतिशत के हिसाब से यह कमी 19.45 प्रतिशत रही। वहीं 2024 की तुलना में 2025 में 13.90 प्रतिशत मुकदमे घटे।
अगस्त 2024 में 16,927 मुकदमे दर्ज हुए थे, जबकि अगस्त 2025 में इनकी संख्या घटकर 15,470 रह गई। यानी एक साल में लगभग 8.61 प्रतिशत की गिरावट आई।
इस गिरावट का श्रेय पुलिस की फ्री-रजिस्ट्रेशन नीति को दिया जा रहा है। अब थानों में ही शिकायतों का त्वरित और पारदर्शी निस्तारण किया जा रहा है, जिससे अदालतों पर बोझ कम हुआ है और आमजन को त्वरित न्याय मिल रहा है। यही वजह है कि जनता का पुलिस पर विश्वास भी बढ़ा है।
Published on:
10 Sept 2025 01:16 pm
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