
कमलेश अग्रवाल / जयपुर। पहले प्रयास में असफल हो गया तो उदास था। उस समय छोटे बच्चों ने कहा: पापा आप हमारे सुपर हीरो हो, आप फेल नहीं हो सकते। अगली बार जोरदार तैयारी करके परीक्षा देना। बच्चों की प्रेरणादायी बातें सुनकर एक बार फिर तैयारी में जुट गया। बच्चों ने घर में पढ़ाई का ऐसा माहौल बनाया कि आज मैं टॉपर बन गया। यह कहना है राजस्थान हाईकोर्ट के अधिवक्ता लोकेंद्र सिंह शेखावत।
शेखावत ने जिला जज काडर भर्ती-2020 में प्रथम स्थान प्राप्त किया। राजस्थान हाईकोर्ट प्रशासन ने जिला जज काडर भर्ती-2020 के लिए 14 नवंबर को इंटरव्यू लिया था। इसके बाद जारी परिणाम जारी में शेखावत ने पहला स्थान प्राप्त किया है। वकील कोटे के 85 पदों पर तीन हजार अभ्यर्थियों में से चार ही साक्षात्कार तक पहुंच योग्य पाए गए थे। वहीं न्यायिक अधिकारी कोटे के 17 पदों के लिए कोई भी अधिकारी पात्र नहीं पाया गया था।
प्रतिदिन चार घंटे पढ़ाई
लोकेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि बीते चार साल से परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। इससे पहले आयोजित परीक्षा में मुख्य परीक्षा में असफल हो गए। इसके बाद प्रतिदिन घर पर 4 घंटे तैयारी की। उनके माता-पिता का आर्शिवाद रहा लेकिन परिवार में कोई भी व्यक्ति न्यायिक सेवा में नहीं रहा है। आमतौर पर माता-पिता बच्चों को पढ़ाई के लिए टोकते है और कोशिश करते हैं कि पढ़ाई का माहौल मिले। उनके मामले में पत्नी डॉ सुमन राठौड़ और बेटी देवांशी 15 व बेटे ध्रुव 11 ने पढ़ाई के लिए प्रेरित किया। कोर्ट में काम, घर पर मुवक्किलों से मिलना और केस की तैयारियों के बाद भी परीक्षा की तैयारी का वक्त निकाला।
नौ हजार वकीलों ने किया था आवेदन
परीक्षा में कलकत्ता सीबीआइ कोर्ट में नियुक्त पीपी विवेक त्रिपाठी द्वितीय रहे हैं। इसी के साथ तीसरे रमेश कुमार और चौथे स्थान पर अनुभव सिडाना झालावाड़ व हनुमानगढ़ के अधिवक्ता हैं। जिला जज काडर सीधी भर्ती 2020 की प्रक्रिया 8 जनवरी 2021 को शुरू हुई, जिसमें करीब 9 हजार वकीलों ने आवेदन किया। प्रारम्भिक परीक्षा में 3 हजार में से 1015 अधिवक्ता पास हुए और दस्तावेजी जांच के बाद मुख्य परीक्षा के लिए 780 ही पात्र रह गए थे।
Published on:
17 Nov 2022 06:36 pm
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