
जयपुर।
सेन्ट्रल जेल में कैदियों के बीच संत प्रवचन और जेल मंत्री का क्रिकेट खेलना... मौक़ा रविवार के दिन सेन्ट्रल जेल अलवर का था। इस विशेष आयोजन के दौरान सबसे पहले जैन संत आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज की अगुवाई में श्री जैन भवन स्कीम नंबर 10 से सेन्ट्रल जेल अलवर तक पैदल मार्च निकाला गया। शांति एवं अहिंसा का संदेश देने के लिए निकाली गई इस मार्च में जेल मंत्री टीकाराम जूली भी मौजूद रहे।
संत के प्रवचन, भाव विभोर हुए कैदी
आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज ने बंदियों के बीच मंगल प्रवचन दिए। उन्होंने कहा कि जीवन को शांतिपूर्ण और शालीनता से जीना है तो सबसे पहले आक्रोश की अग्नि पर विजय प्राप्त करें। आक्रोश की अग्नि इंसान का जीवन उस तरफ ले जाती है, जहां से जीवन बर्बाद होने की तरफ जाता है। उन्होंने कहा कि जो गलती नहीं करे उसे भगवान कहते हैं, जो गलती करके सुधर जाए उसे इंसान कहते हैं।
उन्होंने कहा कि जीवन में जरा सी गलती इंसान को जेल में पहुंचा देती है। जीवन में विवेक रखो ताकि हमारे द्वारा कोई गलत कदम नहीं उठ सके। उन्होंने कहा कि देखा जाए तो जो लोग जेल से बाहर वो भी संसार के बंधनों में कैद है। वे भी क्रोध, लोभ, मोह, वासना आदि में कैद है लेकिन हमें इससे बाहर निकल कर बंधनों को तोडऩा है।
बंदियों को सीख देते हुए आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज ने कहा कि जेल को जेल नहीं बल्कि सुधार गृह समझ कर रहें और आप जब यहां से छूट कर जाएं तो किसी से बदला लेने का भाव नहीं रखे। उन्होंने कहा कि जेल भी कई महापुरूषों की कर्मस्थली रही है जिन्होंने जेल में रहकर कई प्रेरणादायी किताबें लिखी हैं और उन किताबों से पता नहीं कितनों के जीवन में बदलाव आ गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कारागृहों में नैतिकता को बढावा देने का कार्य कर रही है जो सराहनीय कदम है। इससे पूर्व आचार्य श्री शाशांक सागर जी ने अपने प्रवचन दिए।
जेल के मैदान में हुआ क्रिकेट मैच
जेल मंत्री टीकाराम जूली ने केन्द्रीय कारागृह के कार्मिकों के साथ समन्वय क्रिकेट मैच खेला। इस दौरान मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य की जेलों में सुधारात्मक गतिविधियों को बढावा दिया जा रहा है। इसी कड़ी में समन्वय मैच, धर्मगुरूओं के प्रवचन एवं कैदियों से पेट्रोल पम्प आदि संचालन का कार्य कराया जा रहा है। उन्होंने कारागृह की व्यवस्था व सुधार हेतु कारागृह अधीक्षक को निर्देश दिए। कारागृह सुपरीडेंट प्रदीप सिंह लखावत ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान संबंधित अधिकारी सहित जैन संत उपस्थित थे।
मंत्री जूली ने कहा कि राज्य सरकार जेल सुधार की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है। इसी कड़ी में धर्मगुरूओं, संतों व समाज सुधारकों के प्रवचन कारागृहों में कराए जा रहे हैं। उन्होंने जैन संत आचार्य सुनील सागर जी महाराज के अलवर केंद्रीय कारागृह में पधारकर कैदियों को प्रवचन देने पर आभार जताया।
उन्होंने कहा कि आचार्य सागर जी महाराज की गुरु वाणी के विचारों को अपने जीवन में अमल में लावे। साथ ही उम्मीद जताई कि प्रवचन से कैदियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकेगा। उन्होंने कहा कि विभाग के छात्रावासों में नैतिकता को बढ़ावा देने संबंधी पुस्तकों का वितरण करायेंगे।
मंत्री जूली ने आचार्य सागर के पैर धोए और आरती की। उन्होंने संत के कारागृह में पावन प्रवास पर बंदियों की सुधार व्यवस्थाओं के लिए कारागार को भेंट राशि प्रदान की।
Published on:
06 Mar 2023 02:48 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
