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राजस्थान का एक ‘शापित मंदिर’ जहां सूरज ढलने के बाद रुके तो पछताएंगे

राजस्थान का एक 'शापित मंदिर' जहां सूरज ढलने के बाद रुके तो पछताएंगे

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जयपुर

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Patrika Desk

May 01, 2018

kiradu temple

जयपुर/बाड़मेर
वैसे तो राजस्थान को वीरता और शौर्य की धरा कहा जाता है। इतना ही नहीं राजस्थान अपने किलों और प्राचीन मंदिरों के लिए भी प्रसिद्ध है। अगर हम राजस्थान में मौजूद
किलों के बारे में बात करे तो यहां ऐसे कई गहरे राज़ दफ्न है, जिनके बारे में जानने के लिए लोगों में बहुत ज्यादा दिलचस्पी होती है। ऐसा ही एक मंदिर राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित है। ये स्थापत्य कला का बहुत सुंदर नमूना कहा जाता है और साथ ही इसे राजस्थान का खजुराहो भी कहा जाता है।


हर साल यहां टूरिस्ट्स की भीड़ लगी रहती है, और यहां दूर- दूर से लोग इस मंदिर की सुंदरता को निहारने आते है। इस मंदिर में ऐसी मान्यता है की जो भी व्यक्ति रात को यहां रुकता है, वह पत्थर में तब्दील हो जाता है। इसलिए दिन ढलने से पहले ही लोग इस जगह से प्रस्थान कर जाते हैं... और रात के सन्नाटे में ये मंदिर बिल्कुल सुनसान होते हैं।


क्योंकि यह मंदिर आज भी एक ऐसे श्राप से जूझ रहा है जो एक इंसान की हंसती-खेलती दुनिया को पूरी तरह उजाड़ सकता है।

इतिहासकारों के अनुसार इस मंदिर को सैकड़ों वर्षों पहले बनवाया गया था। लेकिन लोगों का कहना है की आज भी ये मंदिर एक ऐसे श्राप से जूझ रहा है, जो किसी भी व्यक्ति के खुशहाल भरी जिंदगी को पूरी तरह से उजाड़ सकता है। यहां के लोगों का कहना है की किसी जमाने में यहां एक संन्यासी आए थे और उनके साथ उनका शिष्य भी आया था।


एक दिन संन्यासी अकेले ही आसपास के इलाकों में भ्रमण के लिए चले गए। उस दौरान उनके शिष्य गांव में ही थे। गुरु के जाने के बाद शिष्यों की तबीयत खराब हो गई। उन्होंने बस्ती के लोगों से बहुत निवेदन किया कि वे उनकी मदद करें लेकिन वहां रहने वाले लोगों ने उन पर कोई दया नहीं की।

सिर्फ एक महिला ने अपने सामर्थ्य के अनुसार उनकी कुछ मदद की। थोड़े दिन बाद संन्यासी पुनः आए तो अपने शिष्यों की खराब हालत देखकर उनकी आंखें भर आईं। उन्होंने गांव के लोगों को शाप दे दिया कि यहां रहने वाले लोगों का दिल पत्थर जैसा है, इसलिए ये सब पत्थर बन जाएंगे। शाप के बाद सब पत्थर बन गए। तभी से इस गांव में लोग शाम ढलने के बाद यहां है रुकते है।