
जयपुर। एसआइ भर्ती परीक्षा 2021 पेपर लीक मामले में प्रशिक्षु थानेदार व अभ्यर्थी असमंजस में हैं। सरकार भी एसआइ भर्ती परीक्षा रद्द करने का और न ही इसे बरकरार रखने का निर्णय ले पा रही है। इसी बीच हैरान कर देने वाली बात ये है कि एसओजी की कार्रवाई भी अब धीमी पड़ गई है। जबकि एसओजी ने एसआइ पेपर लीक मामले का खुलासा करने के बाद ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी।
एसओजी ने एसआइ पेपर लीक मामले में 86 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें 50 चयनित थानेदार शामिल हैं। लेकिन पेपर लीक करने वाला यूनिक भांभू और सुरेश ढाका अभी एसओजी की पकड़ से दूर हैं। सूत्रों के मुताबिक दोनों वांटेड पेपर लीक प्रकरण के बाद विदेश भाग गए। लेकिन, अभी तक उन्हें गिरफ्तार कर भारत नहीं लाया जा सका है।
सूत्रों के मुताबिक एसओजी अभी सात प्रशिक्षु थानेदारों को और तलाश रही है। जबकि 859 चयनित थानेदारों में से 300 की भूमिका की जांच कर रही है। एसओजी ने मामले में 10 अक्टूबर को दो महिला सहित चार प्रशिक्षु थानेदारों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद जांच जारी है।
वांटेड यूनिक भांभू ने हसनपुरा स्कूल से एसआइ भर्ती परीक्षा का पेपर परीक्षा से पहले लेकर कई लोगों को भेजा। भांभू ने आरोपी सुरेश ढाका को भी पेपर भेजा। सुरेश ढाका ने मोटी रकम लेकर पेपर परीक्षार्थियों तक पहुंचाया। लेकिन दोनों वांटेड की गिरफ्तारी के बाद ही परीक्षा पास करने वाले प्रशिक्षु थानेदारों की दूसरी व तीसरी कड़ी का खुलासा हो सकेगा।
वहीं, एसओजी ने हरियाणा की गैंग द्वारा भी पेपर परीक्षार्थियों तक पहुंचाने का दावा किया था। हरियाणा की गैंग ने किस-किस को पेपर दिया। इसका खुलासा भी गैंग के सदस्यों के पकड़े जाने के बाद होगा।
Published on:
18 Nov 2024 10:21 am
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