
जयपुर। ऑनलाइन राजस्थान मोटरयान प्रदूषण जांच केन्द्र योजना के तहत शुक्रवार को जयपुर जिले के साथ ही पूरे प्रदेश में बिना जुर्माने के प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र यानि पीयूसी लेने की मियाद समाप्त हो जाएगी।
अब यदि प्रदेश भर में किसी भी जिले में वाहन चालक के पास वैध पीयूसी नहीं है तो उसे जुर्माना भर कर ही इसे बनवाना होगा। सिर्फ इतना ही नहीं, बिना वैध पीयूसी पुलिस या परिवहन विभाग की टीम ने यदि किसी वाहन चालक को पकड़ा तो उसे दोहरी कार्रवाई से गुजरना होगा।
पहले पुलिस या परिवहन विभाग की ओर से उसका चालान किया जाएगा। फिर जुर्माना भर कर वाहन चालक को पीयूसी लेना होगा। ऐसा नहीं करने पर हर बार पकड़े जाने पर वाहन चालक को फिर से जुर्माने की मार झेलनी पड़ेगी।
ऐसे होगा चालान
पुलिस और परिवहन विभाग की ओर से बिना वैध पीयूसी जांच कार्रवाई के दौरान पकड़े जाने पर चालान की राशि तय है। परिवहन विभाग अधिकारियों ने बताया कि यह राशि दुपहिया के लिए 200 रुपए, निजी चौपहिया वाहन के लिए 500 रुपए और ट्रांसपोर्ट व्हीकल के लिए 1000 रुपए निर्धारित है। यह चालान जमा कराने के बाद वाहन चालक को वैध पीयूसी लेने के लिए पूर्व में निर्धारित जुर्माना राशि भी चुकानी पड़ेगी।
अंतिम दिन लगी कतारें
प्रदूषण जांच योजना के तहत शुक्रवार को पांच हजार से 9999 तक के नंबर वाले वाहनों के लिए बिना जुर्माने के पीयूसी लेने की अंतिम तिथि होने के चलते दिन भर शहर में पेट्रोल पम्पों और मोबाइल वैन्स पर भीड़ लगी रही। गुरूवार रात तक जयपुर जिले के 18 लाख में से 11.07 लाख वाहनों को ही पीयूसी जारी हो सका।
Published on:
15 Jun 2018 05:03 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
