
जयपुर। हिमालय की तराई क्षेत्रों से आ रही ठंड़ी हवाओं से राजस्थान में पहाड़ों-सी ही सर्दी पड़ रही है। शनिवार को तो चार जगह पारा माइनस में पहुंच गया। कई जिलों में सीजन का अब तक का सबसे ठंड़ा दिन महसूस किया। हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू की तरह फतेहपुर, माउंट आबू, जोबनेर, चुरू, सीकर, नागौर सहित कई जिलों में धरती ने बर्फ की चादर ओढ़ ली। चार स्थानों पर तो पारा माइनस में पहुंच गया। फतेहपुर में (-3.8), माउंट आबू में (-3.0), जोबनेर में (-2.0), चुरू में (-1.1) डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। इन स्थानों पर पारा शिमला, पालनपुर, जम्मू जैसे कई हिल स्टेशनों से कम था। शनिवार को करीब 17-18 जिलों में शीतलहर चली। पाला पडऩे से फसलों को भी नुकसान हुआ।
शेखावाटी में सात साल बाद दिसम्बर में ऐसी सदी
शेखावटी में करीब सात साल बाद ऐसी सर्दी पड़ रही है। सीकर, झुंझुनूं में वाहनों की छतों पर बर्फ की हल्की चादर नजर आई। नलों के पाइप में पानी जम गया। फतेहपुर कृषि अनुसंधान केन्द्र पर न्यूनतम तापमान माइनस 3.8 और अधिकतम तापमान 19 डिग्री दर्ज किया गया। केन्द्र पर पिछले दस साल में दिसम्बर में सबसे कम न्यूनतम तापमान 30 दिसम्बर 2014 को माइनस 4.6 डिग्री दर्ज किया गया था। हालांकि, मौसम विभाग ने फतेहपुर में माइनस 3.3 पारा दर्ज किया। वहीं चूरू में न्यूनतम तापमान माइनस 1.1 डिग्री रहा।
माउंट आबू : जमी बर्फ पारा माइनस 3 डिग्री
हिल स्टेशन माउंट आबू में कड़ाके की ठंड के बीच माइनस 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शहरवासियों को दोपहर में भी अलाव ओर हीटर का सहारा लेना पड़ा। धूप भी बेअसर हो गई। गलन का जोर भी बना रहा।
जोबनेर : सीजन में पहली बार पारा माइनस में
जयपुर से 40 किलोमीटर दूर जोबनेर कस्बे में तापमान माइनस 2 डिग्री पहुंच गया। लोग सुबह जब उठे तो खेतों व पेड़ पौधों पर ओस की बूंदें जमी नजर आई। इस सीजन में पहली बार जोबनेर में तापमान माइनस में पहुंचा है। श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय की मौसम वेधशाला के पर्यवेक्षक उम्मेदसिंह मनोहर ने बताया कि न्यूनतम तापमान माइनस 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले दस वर्ष की बात करें तो दिसम्बर के शुरुआती 18 दिन में केवल तीन बार तापमान तापमान माइनस में पहुंचा है। वर्ष 2020 में भी आज ही के दिन न्यूनतम तापमान माइनस 2 डिग्री रहा था। जबकि वर्ष 2018 में आज के दिन न्यूनतम तापमान माइनस 0.5 डिग्री रहा था।
22 से बदलेगा हवाओं का रुख, फिर राहत की उम्मीद
जयपुर मौसम केंद्र के राधेश्याम शर्मा ने बताया कि अगले दो-तीन दिन अभी शीतलहर से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। तापमान में अभी और गिरावट आ सकती है। 21 और 22 दिसंबर को पश्चिमी विभोक्ष सक्रिय होने के साथ हवाओं का पैटर्न फिर बदलेगा। इससे सर्दी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
Published on:
18 Dec 2021 07:29 pm
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