सहकारिता रजिस्ट्रार अर्चना सिंह ने गुरुवार देर रात मौजूदा कार्यकारिणी को भंग करने के साथ ही एडहॉक कमेटी का गठन किया है। जिसमें 6 सदस्यों के नाम शामिल है। बीजेपी विधायक जयदीप बिहाणी को एडहॉक कमेटी का संयोजक बनाया है। वहीं, चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के बेटे धनंजय सिंह खींवसर, पाली जिला क्रिकेट संघ के सचिव धर्मवीर सिंह, झुंझुनूं जिला क्रिकेट संघ के सचिव हरिश्चंद्र सिंह, बीकानेर जिला क्रिकेट संघ के सचिव रतन सिंह और अलवर जिला क्रिकेट संघ के सचिव पवन गोयल को कमेटी का सदस्य बनाया गया है।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की कार्यकारिणी को भंग करने के बाद 6 सदस्यीय एडहॉक कमेटी का गठन किया गया है। साथ ही आरसीए में चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगाई है। ऐसे में लोकसभा चुनाव के बाद आरसीए के चुनाव होंगे। तब तक एडहॉक कमेटी ही आरसीएम को चलाएगी। बता दें कि 22 फरवरी को आरसीए और खेल परिषद के बीच एमओयू समाप्त होने पर 23 फरवरी को खेल परिषद ने एसएमएस स्टेडियम से आरसीए को बेदखल कर दिया था। आरसीए के ऑफिस को सील करने के साथ ही एसएमएस स्टेडियम के हिस्से से आरसीए का कब्जा भी हटा दिया था। इस पर वैभव गहलोत ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद धनंजय सिंह खींवसर आरसीए के कार्यकारी अध्यक्ष चुने गए थे।
आरसीए की कार्यकारिणी को भंग करके एडहॉक कमेटी का गठन किया गया है। उसमें श्रीगंगानगर, नागौर व अलवर जिला संघ की भी भूमिका है। कभी ये तीनों जिला संघ ललित मोदी के माने जाते थे। ऐसे में सीपी जोशी व वैभव गहलोत के कार्यकाल में आरसीए ने इन तीनों जिला संघों को मान्यता नहीं दी थी। इन तीनों संघों को आरसीए के चुनाव में वोटिंग से भी वंचित रखा गया था। लेकिन, अब अब 6 सदस्यीय एडहॉक कमेटी में इन तीन जिलों को भी शामिल किया गया है, जो नई कार्यकारिणी बनने तक आरसीए को चलाएंगे।