29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राजस्थान के इन धार्मिक स्थलों की बदलेगी सूरत, राम मंदिर और काशी विश्वनाथ की तर्ज पर निखरेगा खाटूधाम

Budget 2024 Rajasthan : अब जल्द ही राजधानी सहित प्रदेश के अन्य जिलों के प्रमुख धार्मिक स्थलों की सूरत बदलेगी।

2 min read
Google source verification
khatu shyam news

Rajasthan Budget 2024 : जयपुर। भजनलाल सरकार के पहले पूर्ण बजट में बुधवार को धार्मिक स्थलों के लिए कई घोषणाएं की गईं। अब जल्द ही राजधानी सहित प्रदेश के अन्य जिलों के प्रमुख धार्मिक स्थलों की सूरत बदलेगी। देवस्थान विभाग के अधीन आने वाले मंदिर अब रोशनी से जगमग होंगे। अन्य मंदिरों की तर्ज पर इनमें साज-सज्जा की व्यवस्था भी की जाएगी।

राजस्थान के करीब 600 मदिरों में दीपावली, होली, शिवरात्रि एवं रामनवमी सहित अन्य त्योहारों पर विशेष साज-सज्जा, आरती व रुद्राभिषेक सहित अन्य अनुष्ठान होंगे। इसके लिए बजट में 13 करोड़ रुपए का प्रस्ताव पारित किया गया है।

अयोध्या व काशी की तर्ज पर ​खाटूधाम में होगा वि​कास

इसी तर्ज पर खाटूश्यामजी में कॉरिडोर बनाने व मंदिर को भव्यता प्रदान करने के लिए 100 करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान की घोषणा की है, ताकि इसे अयोध्या व काशी की तर्ज पर विकसित किया जा सके।

यह भी पढ़ें : राजस्थान में बिछेगा सड़कों का जाल, 60 हजार करोड़ की लागत से इन शहरों में बनेंगी नई सड़कें

इन मंदिरों की भी बदलेगी सूरत

जमवाय माता मंदिर जमवारामगढ़, जयपुर के राधा माधव मंदिर, माताजी मावलियान मंदिर व गणेश मंदिरों में विकास कार्य कराए जाएंगे। सीताबाड़ी-बारां, कमलनाथ महादेव व जावर माता मंदिर-उदयपुर तथा आसपास के स्थलों के समग्र विकास के साथ ही यात्रियों के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी। डूंगरपुर तथा बांसवाड़ा में क्रमशः डूंगर बरंडा व बासिया चारपोटा जनजातीय नायकों के स्मारकों एवं उदयपुर में वीर बालिका कालीबाई संग्रहालय का निर्माण किया जाएगा।

बावड़ियों के जीर्णोद्धार के लिए 20 करोड़ रुपए

वित्त मंत्री दिया कुमारी ने जयपुर व आमेर की बावड़ियों के जीर्णोद्धार तथा वर्षा जल को सहेज कर रखने के लिए 20 करोड़ रुपए की बजट घोषणा की। इसका ताल कटोरा व कदम्ब कुंड विकास समिति ने स्वागत किया है। अध्यक्ष मनीष सोनी ने बताया कि पिछले महीने राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित स्तंभ हैरिटेज विंडो में पत्रकार जितेंद्र सिंह शेखावत ने जयपुर व आमेर की बावड़ियों तथा जल संरक्षण स्रोतों पर सीरीज लिखी थी, जिसमें करीब 47 बावड़ियों का उल्लेख किया था। इनके इतिहास के साथ ही वर्तमान स्थिति और सरकारी अनदेखी के बारे में भी बताया था।

यह भी पढ़ें : Budget 2024 : राजस्थान का हर जिला बनेगा एक्सपोर्ट हब, जानिए बजट में उद्योग के लिए क्या-क्या मिला?