अरिस्दा के इस निर्णय के बाद शुक्रवार से मरीजों के सामने परेशानियां ओर ज्यादा बढ़ सकती है। क्योंकि इससे पहले सभी मेडिकल कॉलेजों में रेजिडेंट डॉक्टरों की ओर से कार्य बहिष्कार किया जा रहा है। कार्य बहिष्कार के कारण मेडिकल कॉलेजों से संबंधित अस्पतालों में मरीजों के हालात खराब है। ऐसे में मरीजों को चिकित्सा सुविधा का पूर्णतया लाभ नहीं मिल पा रहा है। जयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर व उदयपुर में मेडिकल कॉलेजों में रेजिडेंट डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार कर रखा है।
वहीं अब अरिस्दा के साथ कई अन्य चिकित्सक संगठनों ने भी निजी अस्पतालों को अपना समर्थन दे दिया है। जिसमें एंडोक्राइन सोसायटी आॅफ इंडिया राजस्थान एफिलिएट, क्राडियोलॉजिकल सोसायटी आॅफ इंडिया, न्यूरोसाइंस क्लब, रॉयल युरोलोजिकल सोसायटी सहित अन्य संगठनों ने अपना समर्थन दिया है।