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जयपुर में एसएमएस अस्पताल में अब रोबोट करेगा सर्जरी

एसएमएस हॉस्पिटल में रोबोट से सर्जरी करने वाली मशीन पहुंच गई है।

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एसएमएस अस्पताल पहुंची रोबोटिक सर्जरी मशीन, कैंसर ट्यूमर समेत कई सर्जरी करेगी

एसएमएस अस्पताल पहुंची रोबोटिक सर्जरी मशीन, कैंसर ट्यूमर समेत कई सर्जरी करेगी

जयपुर। एसएमएस हॉस्पिटल में रोबोट से सर्जरी करने वाली मशीन पहुंच गई है। जनरल सर्जरी और यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के लिए आई दो मशीनों पर अगले सप्ताह से डॉक्टरों को ट्रेनिंग देना शुरू किया जाएगा। इसके लिए ट्रेनिंग देने के लिए कंपनी के व्यक्ति एसएमएस में पहुंचेंगे। ये ट्रेनिंग सिम्युलेटर मशीन पर दी जाएगी और एक डॉक्टर को करीब 50 से 60 घंटे की ट्रेनिंग दी जाएगी।

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एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर राजीव बगरहट्‌टा के मुताबिक मशीन इंस्टॉल करने और डॉक्टरों की ट्रेनिंग देने के बाद प्रेक्टिकल ट्रेनिंग के लिए डॉक्टरों चेन्नई या कोचीन भेजा जाएगा। ये निर्णय कंपनी की तरफ से लिया जाएगा, जहां कंपनी की पहले से मशीनें लगी है। इस प्रेक्टिकल ट्रेनिंग में हॉस्पिटल के अंदर मरीजों की सर्जरी करना सिखाया जाएगा। अलग-अलग बैच में डॉक्टरों को ट्रेनिंग करवाई जाएगी। ये सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद हम उम्मीद करते हैं कि अप्रैल के अंत तक मरीजों की रोबोटिक सर्जरी का काम शुरू हो जाएगा।
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उन्होंने बताया कि वर्तमान में जो लेपोस्क्रेपी सर्जरी की रेट्स चिरंजीवी योजना के तहत हैं। वही रेट्स हम रोबोटिक सर्जरी के लिए रखेंगे। इसके जरिए बीमारियों को चिरंजीवी से कवर कर फ्री इलाज मिल सके। यह मशीन में कैंसर ट्यूमर, कोलोरेक्टल बेरिएट्रिक समेत कई सर्जरी में उपयोगी होगी।

एसएमएस मेडिकल कॉलेज में जनरल सर्जरी के प्रोफेसर डॉ. जीवन कांकरिया ने बताया कि इन रोबोटिक मशीनों से कैंसर ट्यूमर, कोलोरेक्टल सर्जरी, बेरिएट्रिक सर्जरी, हर्निया, एक्लेजिया कार्डिया समेत अन्य बीमारियों की सर्जरी की जाएगी। इन सर्जरी को न केवल आसानी से बल्कि कम समय में भी किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि अगर डॉक्टर ट्रेनिंग के बाद इस सर्जरी को करने में एक्सपर्ट हो जाते हैं तो इसके रिजल्ट लेपोस्क्रेपी सर्जरी और सामान्य हाथ से की जाने वाली सर्जरी से भी ज्यादा अच्छे होंगे।